लखनऊः उत्तर प्रदेश की सियासत में अब हलचल बढ़ने लगी है. अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है. इसी बीच यूपी के ब्राह्मण वोट को साधने के लिए बहुजन समाज पार्टी ने अयोध्या में ब्राह्मण सम्मेलन का आयोजन किया है. बसपा के इस सम्मेलन का तमाम राजनीतिक पार्टियां तो विरोध कर ही रही हैं. लेकिन अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर के एक महंत ने भी बसपा के इस सम्मेलन पर सवाल उठाए हैं.


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बसपा की नीयत पर उठाए सवाल
बसपा के ब्राह्मण सम्मेलन को लेकर अयोध्या के हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने अपना विरोध दर्ज कराया है. उन्होंने कहा कि जब इनकी सरकार थी तब  इनका नारा था तिलक तराजू और तलवार इनको मारो जूते चार और अब जब चुनाव आ गया तो यह ब्राह्मण सम्मेलन करा रहे हैं.


बताया राजनीतिक स्टंट
महंत ने कहा कि यह मायावती का राजनीतिक स्टंट है और कुछ नहीं बस अपनी राजनीतिक फायदे देखने के लिए यह लोग इस सम्मेलन को करा रहे हैं. महंत राजू दास ने कहा कि अगर भाजपा सरकार ब्राह्मण विरोधी होती तो उपमुख्यमंत्री शिक्षा मंत्री कानून मंत्री ब्राह्मण नहीं रखते और अपराधियों की कोई जात नहीं होती है. एनकाउंटर उन्हीं लोगों के हुए हैं जो अपराधी हैं. बसपा सरकार में सबसे अधिक ब्राह्मणों का शोषण हुआ है.


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मायावती ने क्या कहा था
बता दें कि चुनाव नजदीक आते ही मायावती ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि योगी सरकार में राज्य के ब्राह्मणों का शोषण हुआ है. उन्होंने कहा था कि पिछली बार यूपी के ब्राह्मण बहकावे में आ गए थे, लेकिन इस बार ब्राह्मण बीजेपी के बहकावे में नहीं आएंगे और बसपा को वोट करेंगे. वहीं, केंद्रीय मंत्री अश्वनि चौबे ने भी कहा था कि यूपी के ब्राह्मण बीजेपी के साथ हैं और बीजेपी को ही वोट करेंगे. 


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