नई दिल्लीः Offbeat Museums in India: क्या आपको लगता है म्यूजिय्म्स बहुत बोरिंग, पढ़ाकू टाइप्स और सिर्फ हिस्ट्री बताने के लिए होते हैं. क्या आप भी वहां जाने से बचते हैं. अगर ऐसा सोचते हैं तो तब तो आपको अपने इंडिया के कुछ ऑफबीट म्यूजियम में जरूर जाना चाहिए. यहां आकर आपको वाकई बहुत मजा आएगा.
टॉइलट म्यूजियम, पालम (दिल्ली)
सफर की शुरुआत करते हैं दिल वालों की दिल्ली से ही. आपने Art एंड स्कल्पचर वाले म्यूजियम देखे होंगे. वैक्स म्यूजियम सुना है, लेकिन , क्या आप सोच सकते हैं कि एक म्यूयिजम टॉइलट्स के लिए बना हुआ है. दिल्ली के पालम इलाके में सुलभ इंटरनेशनल टॉइलट म्यूजियम में घूमना आपके लिए अच्छा एक्सपीरियंस होगा. इस म्यूजियम का कॉन्सेप्ट विंध्वेश्वर पाठक ने दिया था.
यहां पर आप टॉइलट्स के विकास का पूरा इतिहास देख सकेंगे. ये भी जानेंगे कि बीती कितनी सदियों से कैसे-कैसे टॉइलट्स यूज हो रहे थे.
काइट म्यूजियम, पालदी (गुजरात)
पतंगबाजी के लिए सबसे फेमस स्टेट है गुजरात. यहां के पालदी में बना है काइट म्यूजियम. यहां सालों पुरानी पतंगें देखने को मिल जाएंगी. इसका आइडिया आया गुजरात के काइट लवर भानुशाह को, जो 21 साल की उम्र से ही पतंगे इकट्ठी कर रहे थे. उनके पास अलग-अलग रंग और आकार की कई पतंगें हैं. उन्होंने काफी समय तक पतंगें इकट्ठी थीं.
फिर शाह भाई ने अपनी पतंगें अहमदाबाद नगर निगम को दे दीं. यहां सदियों पुरानी पतंगे भी खोज-खोज कर रखी गई हैं. बच्चों को भी यहां खूब मजा आएगा.
सेंट्रल म्यूजियम एंड एम्पोरियम, मायोंग (असम)
अगला म्यूजियम जादू, टोना-टोटका आदि ऐसी ही चीजों का खजाना है. असम का एक छोटा सा गांव है मायोंग. मायोंग को काले जादू की जमीन कहते हैं, इसलिए यहां सेंट्रल म्यूजियम एंड एम्पोरियम में इसी थीम के सारे स्कल्पचर देखने को मिलते हैं. यहां प्राचीन काल की कई ऐसी पांडुलिपियां हैं, जिनमें जादू-टोने के तरीके लिखे हैं.
यहां कई डिफरेंट तलवारें भी हैं, जिनसे बलि दी जाती थी. टूरिस्ट को यहां के दिलचस्प मैजिक शो सबसे ज्यादा पसंद आते हैं.
सुकेती फॉसिल पार्क म्यूजियम (हिमाचल प्रदेश)
अगला म्यूजियम देखने चलते हैं हिमाचल की खूबसूरत वादियों में. यहां है सुकेती फॉसिल पार्क म्यूजियम. यहां आप देख सकते हैं कि धरती पर लाइफ साइकिल कैसे विकसित हुई. यहां आपको vertebrate fossils और skeletons देखने को मिलेंगे. ये म्यूजियम जीवाश्मों का खजाना है और इसमें शिवालिक स्तनधारियों को प्रिजर्व करके रखा गया है.
हिमाचल में शिवालिक पहाड़ियों पर नाहन से 21 किलोमीटर की दूरी पर मार्कंडा नदी के किनारे की वादियां भी आपको सुकून देंगी.
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झाड़ू म्यूजियम, राजस्थान
राजस्थान का broom museum सबसे स्पेशल है. ये म्यूजियम अब तक का सबसे अलग म्यूजियम है. राजस्थान के जोधपुर में बना झाड़ू म्यूजियम यहां आने वाले लोगों को काफी अट्रैक्ट करता है. यहां देखेंगे आप झाड़ू की हिस्ट्री और जानेंगे कि कितने हजार सालों से हमारा सफाई का अंदाज और कैसा रहा है.
यहां खजूर के पत्तों से बनी झाड़ू, खरपतवार से बनी झाड़ू और डिफरेंट ग्रास को जोड़कर और प्लांट्स से बनी झाड़ुओं को देखना, जानना दिलचस्प है. आपको यहां जरूर जाना चाहिए.
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