कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के लिए CM शिवराज ने उठाया ऐसा कदम, विरोधी भी हुए कायल

कोरोना संक्रमण ने एक तरफ जहां बुजुर्गों से उनका सहारा इस बीमारी ने छीन लिया है तो वही बच्चों के सिर पर से साया छिन गया है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 16, 2021, 07:57 PM IST
  • कोरोना काल में शिवराज ने दिखाई नई राह
  • शिवसेना ने की तारीफ
कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के लिए CM शिवराज ने उठाया ऐसा कदम, विरोधी भी हुए कायल

भोपाल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना काल मे ऐतिहासिक निर्णय लिया है. उन्होंने ऐलान किया है कि कोरोना संक्रमण की वजह से जो बच्चे अनाथ हुए हैं उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी. उनकी इस योजना की तारीफ विरोधी भी कर रहे हैं.

कोरोना काल में शिवराज ने दिखाई नई राह

कोरोना संक्रमण ने एक तरफ जहां बुजुर्गों से उनका सहारा इस बीमारी ने छीन लिया है तो वही बच्चों के सिर पर से साया छिन गया है. मध्य प्रदेश सरकार ने अनाथ हुए बच्चों के लिए निशुल्क पढ़ाई लिखाई की सुविधा मुहैया कराने के साथ 5000 हजार रुपये मासिक की पेंशन का ऐलान किया है.

शिवसेना ने की तारीफ

यह घोषणा अन्य लोगों के लिए नजीर बन गई है. छत्तीसगढ़ सरकार भी इसी राह पर चली है और महाराष्ट्र में शिवसेना के मुखपत्र सामना ने शिवराज के इस फैसले की सराहना की गई है.

मुख्यमंत्री चौहान ने कोविड से अनाथ हुए बच्चों के लिए प्रदेश में विशेष योजना बनाई है. इसमें ऐसे बच्चों को प्रति परिवार प्रतिमाह पांच हजार रूपए की राशि पेंशन के रूप में दी जाएगी. साथ ही इनकी निशुल्क पढ़ाई की व्यवस्था सरकार करेगी. उन्हें निशुल्क राशन भी दिया जाएगा. बच्चों के पिता की मृत्यु पर माता को काम-काज के लिए सरकार जीरो प्रतिशत ब्याज पर ऋण दिलवाएगी.

शिवराज सरकार के नक्शेकदम पर कांग्रेस

छत्तीसगढ़ सरकार ने भी बीमारी के शिकार हुए परिवारों के बच्चों के लिए योजना का ऐलान किया है. ऐसे बच्चे जिन्होंने अपने माता-पिता को इस वित्तीय वर्ष के दौरान कोरोना के कारण खो दिया है, उनकी पढ़ाई का पूरा खर्च अब छत्तीसगढ़ सरकार उठाएगी.

ये भी पढ़ें- अमेरिका में स्वर्णपदक जीतने के बावजूद ओलंपिक टिकट नहीं हासिल कर सका भारतीय एथलीट

साथ ही पहली से आठवीं तक के ऐसे बच्चों को 500 रुपये प्रतिमाह और नवमीं से 12 वीं तक के बच्चों को 1000 रुपये प्रतिमाह की छात्रवृत्ति भी राज्य सरकार द्वारा दी जाएगी. शासकीय अथवा प्राईवेट किसी भी स्कूल में पढ़ाई करने पर ये बच्चे इस छात्रवत्ति के लिये पात्र होंगे.

शिवसेना ने की जमकर तारीफ

शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में जमकर सराहना की है. शिवसेना ने भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अनाथ बच्चों के संदर्भ में लिए गए फैसले की सराहना करते हुए लिखा है. मध्य प्रदेश सरकार ने शेष देश को मानवता का मार्ग दिखाया है. फैसले से पता चलता है कि राजनीतिक नेताओं में अब भी मानवता बची है.

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.  

ट्रेंडिंग न्यूज़