लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति पर कौन डाल रहा दबाव? कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति पर सरकार दबाव डाल रही है. उन्होंने कहा कि अपने 51 साल के विधायी कार्यकाल में देख रहा हूं कि मेरी बातों को कार्यवाही से हटा दिया गया है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 10, 2023, 07:25 PM IST
  • कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
  • खड़गे ने पूछा- प्रधानमंत्री ने अडानी की मदद की?
लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति पर कौन डाल रहा दबाव? कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी अडानी समूह से जुड़े मामले को संसद में उठाने के साथ संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग करती रहेगी. खड़गे ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति पर दबाव डालकर सच छिपाने का षड्यंत्र कर रही है और जेपीसी जांच की मांग दबाने का प्रयास कर रही है.

जानिए खड़गे ने किस वजह से जताई नाराजगी
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, 'राहुल गांधी जी और मेरी ओर से की गई बातों को कार्यवाही से निकाल गया. मैंने नौ लाइन की शायरी की थी उसकी सात लाइन भी काट दीं. अगर साहित्य से जुड़ी चीजों को भी संसद में नहीं रख सकते तो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता कहा हैं.'

खड़गे का कहना था, 'अपने 51 साल के विधायी कार्यकाल में देख रहा हूं कि मेरी बातों को कार्यवाही से हटा दिया गया है.' उन्होंने आरोप लगाया, 'लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति पर मोदी सरकार अनर्गल दबाव डालकर सच छिपाने का षडयंत्र कर रही है व जेपीसी जांच की मांग दबाने की साजिश कर रही है.'

अडानी पर काग्रेस अध्यक्ष ने पूछे सरकार से सवाल
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने सवाल किया, 'क्या अडानी घोटाले की जांच नहीं होनी चाहिए? क्या एलआईसी का पैसा, जो अडानी की कंपनियों में लगा है, उसकी गिरती कीमतों पर सवाल नहीं पूछा जाना चाहिए? स्टेट बैंक व दूसरे बैंकों द्वारा अडानी को दिए गए 82,000 करोड़ रुपये कर्ज के बारे में सवाल नहीं पूछा जाना चाहिए? क्या यह नहीं पूछना चाहिए कि अडानी के शेयरों में 32 प्रतिशत से ज्यादा गिरावट के बावजूद एलआईसी व स्टेट बैंक का रुपया अडानी एफपीओ में क्यों लगवाया गया?'

उन्होंने कहा, 'क्या यह नहीं पूछा जाना चाहिए कि 'टैक्स हैवेन' से अडानी की कंपनियों में आने वाला हजारों करोड़ रुपया किसका है? क्या मोदी जी ने अडानी के एजेंट के तौर पर श्रीलंका और बांग्लादेश में ठेके दिलवाए? किस-किस और मुल्क में जाकर प्रधानमंत्री ने अडानी की मदद की?'

कांग्रेस अध्यक्ष ने पूछा, 'क्या यह सच है कि फ्रांस की 'टोटल गैस' ने अडानी की कंपनी में होने वाले 50 अरब डॉलर के निवेश को जांच पूरी होने तक रोक दिया है? क्या दुनिया के सबसे बड़े शेयर निवेशक, 'नार्वे सावरन फंड' ने 20 करोड़ डॉलर के अडानी के सारे शेयर बेच दिए हैं?'

अडानी की कंपनियों की रैंकिंग कैसे गिर गई?
उन्होंने यह सवाल भी किया, 'क्या एमएससीआई ने अडानी की कंपनियों की रैंकिंग गिरा दी है? क्या स्टैंटर्ड चार्टर्ड, सिटी ग्रुप, क्रेडिट सुइस ने अडानी के डॉलर बॉन्ड्स पर लोन देना बंद कर दिया है? क्या डाऊ जोंस ने अडानी की कंपनी को 'सस्टेनबिलिटी इंडैक्स' से हटा दिया है?'

खड़गे ने कहा, 'क्या कारण है कि मोदी जी और पूरी सरकार संसद में अडानी शब्द भी नहीं बोलने देती? क्या कारण है कि रिजर्व बैंक, सेबी, ईडी, एसएफआईओ, कारपोरेट कार्य मंत्रालय, आयकर विभाग और सीबीआई सबको लकवा मार गया है और वो अडानी की जांच के नाम पर आंखें मूंदे बैठे हैं?'

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