भुवनेश्वर: ओडिशा के एक मरीज को विशाखपट्नम के घरेलु हॉस्पिटल में बंधक बना लिया गया है. बताया जा रहा है कि इलाज के समय मरीज के बेटे को एक लाख रुपये खर्चे की बात कही गई थी लेकिन इलाज के बाद 5 लाख रुपये का अस्पताल में भुगतान करने को कहा गया. मरीज अपने पिता को अस्पताल से डिस्चार्ज करवाने में असमर्थ है क्योंकि वह 5 लाख रुपये का बिल नहीं भर पा रहा है. सब कुछ करने के बाद भी वह 5 लाख रुपये की धनराशि नहीं जुटा पा रहा है.


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क्या है पूरा मामला?


अस्पताल का सख्त रवइया देखकर मरीज का बेटा सरकारी दफ्तरों और जान-पहचान की लोगों से पैसे के लिए गुहार लगा रहा है. सूचना के मुताबिक  उनके पिताजी के फूड पाइप में छेद  की शिकायत पर उनको जगदलपुर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में  ऑपरेशन के लिए भर्ती करवाया गया था. पर कुछ दिनों में ठीक न होने पर जांच के बाद पता चला कि उनके फूड पाइप में इन्फेक्शन हो गया है. जिसके बाद मरीज को उसके बेटे ने विशाखपट्नम की एक प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती करवाया. जहां डॉक्टर ने इलाज के दौरान करीब 1 लाख तक खर्च होने की बात कहीं. पर धीरे-धीरे इलाज के दौरान अस्पताल ने अतिरिक्त पैसों की डिमांड करने लगे और ये खर्चा 1 लाख से बढ़कर 5 लाख तक पहुंच गया.


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जिस राशि की व्यवस्था करने के लिए पहले तो बेटे ने अपनी घर आदि गिरवी रख दी पर इतने में भी वह 5 लाख का इंतजाम नहीं कर सका. अब हस्पताल वालों ने और 2 लाख की डिमांड की है जो जमा न होने पर मरीज को अस्पताल से छुट्टी न दी जाने की बात कही गई है. जिसके बाद बेटा मजबूर हो कर जिला प्रशासन से लेकर राज्य और केंद्र सरकार के पास मदद की गुहार लगा रहा है.