भारत ने जमीन से हवा में मारने वाली दो और मिसाइलों का किया सफल परीक्षण, ऐसे मिलेगी रक्षा क्षेत्र को मजबूती

भारत ने बुधवार को ओडिशा तट से मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली दो और मिसाइलों का सफल परीक्षण किया. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के सूत्रों ने यह जानकारी दी. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 30, 2022, 06:22 PM IST
  • जमीन से हवा में लक्ष्य भेदने में सक्षम
  • रक्षा मंत्री ने सफल परीक्षण पर दी बधाई
भारत ने जमीन से हवा में मारने वाली दो और मिसाइलों का किया सफल परीक्षण, ऐसे मिलेगी रक्षा क्षेत्र को मजबूती

नई दिल्लीः भारत ने बुधवार को ओडिशा तट से मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली दो और मिसाइलों का सफल परीक्षण किया. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के सूत्रों ने यह जानकारी दी. 

जमीन से हवा में लक्ष्य भेदने में सक्षम
उन्होंने बताया कि चांदीपुर के एकीकृत परीक्षण रेंज लॉन्च पैड-3 से सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों (MRSAM) का परीक्षण किया गया. ये एमआरएसएएम सेना की ओर से उपयोग के लिए हैं. डीआरडीओ ने कहा कि परीक्षणों के जरिए हथियार प्रणाली की सटीकता और विश्वसनीयता स्थापित की गई. 

डीआरडीओ व सेना के अफसरों के बीच हुआ टेस्ट
उन्होंने कहा कि इन परीक्षणों के दौरान मिसाइल, हथियार प्रणाली रडार और कमान पोस्ट सहित सभी हथियार प्रणाली घटकों के प्रदर्शन को सत्यापित किया गया है. ये परीक्षण डीआरडीओ और भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किए गए. 

रक्षा मंत्री ने सफल परीक्षण पर दी बधाई
इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एमआरएसएएम-सेना के सफल परीक्षण के लिए डीआरडीओ, भारतीय सेना और रक्षा उद्योग इकाइयों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि इन सफल परीक्षणों ने एक बार फिर प्रणाली की विश्वसनीयता साबित कर दी है. 

27 मार्च को भी हुआ था दो मिसाइलों का परीक्षण
डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी. सतीश रेड्डी ने हथियार प्रणाली के सफल परीक्षण से जुड़ी टीम को बधाई दी. गौरतलब है कि 27 मार्च को भी आईटीआर से सेना के दो एमआरएसएएम का परीक्षण किया गया था.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस मिसाइल सिस्टम को इजरायल की मदद से डीआरडीएल हैदराबाद और डीआरडीओ ने संयुक्त रूप से विकसित किया है. इसमें एडवांस रडार, मोबाइल लॉन्चर, कमांड एंड कंट्रोल और इंटर सेप्टर मौजूद है.

ये हैं इस मिसाइल की खूबियां
एमआरएसएएम की खूबियों की बात करें तो यह जमीन से आसमान में लंबी दूरी तक किसी भी दुश्मन के हमले को नाकाम कर सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसमें कॉम्बैट मैनेजमेंट सिस्टम, रडार सिस्टम, मोबाइल लांचर सिस्टम, एडवांस लांग रेंज रडार, रिलोडर व्हीकल और फिल्ड व्हीकल आदि शामिल हैं. इसमें 60 किलो तक परमाणु हथियार का इस्तेमाल किया जा सकता है. यह 70 किमी. तक लक्ष्य भेदने में सक्षम है.

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