Parliament Security Breach: जो कुछ हुआ उसके पीछे ललित झा का दिमाग; पुलिस को मोबाइल की तलाश

Lalit Jha: अपने साथियों की गिरफ्तारी के बाद ललित झा राजस्थान भाग गया था. वह संसद के बाहर मौजूद नीलम आजाद और अमोल शिंदे का विरोध वीडियो बना रहा था. मौके से भागने के बाद उसने राजस्थान के नागौर पहुंचने के लिए बस ली. वहां वह अपने दो दोस्तों से मिले और एक होटल में रात बिताई. पुलिस ने कहा कि फिर उसे एहसास हुआ कि उसकी तलाश की जा रही है तो वह खुद ही दिल्ली आ गया. पुलिस ने कहा, 'ललित झा खुद ही पुलिस स्टेशन आया जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ शुरू कर दी.'

Written by - Nitin Arora | Last Updated : Dec 15, 2023, 06:39 PM IST
  • कलर स्मोक को फिट करने के लिए लखनऊ में स्पेशल जूते बनवाए
  • ललित का मोबाइल भी बरामद किया जाना बाकी
Parliament Security Breach: जो कुछ हुआ उसके पीछे ललित झा का दिमाग; पुलिस को मोबाइल की तलाश

Lalit Jha: दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के शिक्षक ललित झा की हिरासत की मांग की. झा को 13 दिसंबर को लोकसभा में सुरक्षा उल्लंघन के मामले में गुरुवार रात गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट को बताया कि ललित ने सागर, मनोरंजन, नीलम और अमोल को योजना में उनकी जिम्मेदारी सौंपते हुए पूरे हमले की साजिश रची और इसलिए पुलिस को झा को तमाम शहरों और स्थानों पर ले जाने की जरूरत है.

दिल्ली पुलिस ने कहा कि ललित का मोबाइल भी बरामद किया जाना बाकी है, ताकि घटना के मुख्य मकसद का पता लगाया जा सके. वहीं, अदालत ने सात दिन की हिरासत दे दी है.

बता दें कि बुधवार को अपने साथियों की गिरफ्तारी के बाद ललित झा राजस्थान भाग गया था. वह संसद के बाहर मौजूद नीलम आजाद और अमोल शिंदे का विरोध वीडियो बना रहा था. मौके से भागने के बाद उसने राजस्थान के नागौर पहुंचने के लिए बस ली. वहां वह अपने दो दोस्तों से मिले और एक होटल में रात बिताई. पुलिस ने कहा कि फिर उसे एहसास हुआ कि उसकी तलाश की जा रही है तो वह खुद ही दिल्ली आ गया. पुलिस ने कहा, 'ललित झा खुद ही पुलिस स्टेशन आया जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ शुरू कर दी.'

कौन है ललित झा? उसने लोकसभा में सुरक्षा घेरे को तोड़ने की योजना कैसे बनाई?
अब तक की जांच के आधार पर, पुलिस ने कहा कि 13 दिसंबर का सुरक्षा उल्लंघन एक सुनियोजित हमला है, हालांकि सभी आरोपी अलग-अलग राज्यों से हैं. वे 1.5 साल पहले मैसूरु में मिले और योजना बनाना शुरू किया. उन्होंने बताया कि शिक्षक होने के नाते ललित ने साजिश रचने का नेतृत्व किया. उन्होंने मनोरंजन डी को जुलाई में संसद (पुरानी इमारत) की रेकी करने का काम सौंपा, जब मनोरंजन को पता चला कि जूतों की जांच नहीं की गई थी. उन्होंने इस सुरक्षा खामी का इस्तेमाल किया और कनस्तरों (कलर स्मोक) को जूते के अंदर छिपा दिया.

कलर स्मोक को फिट करने के लिए लखनऊ में विशेष ऑर्डर पर दो जोड़ी जूते बनवाए गए थे, जिन्हें अमोल ने खरीदा था. ललित के भाई शंभू झा ने कहा कि परिवार को इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि ललित क्या कर रहा है. ललित गैर सरकारी संगठनों से जुड़ा था और एक निजी शिक्षक था. हालांकि, ललित ने बिहार में रहने वाले अपने परिवार के सदस्यों को बताया किया कि वह कुछ निजी काम के लिए दिल्ली जा रहा है.

ये भी पढ़ें- भारतीयों के लिए खुशखबरी! अब बिना वीजा के ईरान में भी मिलेगी एंट्री, इन देशों ने भी दी छूट

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़