लखनऊ में गृहमंत्री अमित शाह की सुरक्षा में भारी लापरवाही, डीसीपी ट्रैफिक पर गिरी गाज

बीते 17 दिसंबर को लखनऊ में हुई गृह मंत्री अमित शाह की रैली में भारी सुरक्षा चूक देखने को मिली थी.

Written by - Tushar Srivastava | Last Updated : Dec 22, 2021, 01:31 PM IST
  • लखनऊ पुलिस ने बरती बड़ी लापरवाही
  • इसके बाद से पुलिस विभाग में हड़कंप
लखनऊ में गृहमंत्री अमित शाह की सुरक्षा में भारी लापरवाही, डीसीपी ट्रैफिक पर गिरी गाज

नई दिल्लीः केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की लखनऊ में हुई रैली के दौरान उनकी सुरक्षा में भारी लापरवाही देखने को मिली. इसके बाद लखनऊ ट्रैफिक विभाग में बवाल मचा हुआ है. डीसीपी ट्रैफिक रईस अख्तर को पद से हटा कर मुख्यालय में भेज दिया गया है.

साथ ही एसीपी यातायात योगेश कुमार को भी पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने यातायात से हटा कर अपराध में भेज दिया और कई ट्रैफिक इंस्पेक्टरों को नोटिस थमा दिया गया है.

17 दिसंबर को लखनऊ में थी रैली 
बता दें कि बीते 17 दिसंबर को लखनऊ के रमाबाई मैदान में आयोजित निषाद रैली में गृहमंत्री अमित शाह समेत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और यूपी कैबिनेट के कई दिग्गज मंत्री शामिल हुए थे. इसकी वजह से रैली स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद थी. साथ ही सभी वीआईपी मूवमेंट के लिए ट्रैफिक रूट लगे थे. 

खुद गृहमंत्री और मुख्यमंत्री का प्रोटोकॉल था. इसके बावजूद लखनऊ पुलिस में बड़ी लापरवाही देखने को मिली. 

पुलिस ने बरती लापरवाही
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की फ्लीट को रमा बाई मैदान से अर्जुनगंज-लाल बत्ती चौराहा लोहिया पथ होते हुए गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में जाना था, जबकि गृहमंत्री को सलामी देने पहुंचे लखनऊ पुलिस के आला अधिकारी इंद्रा गांधी प्रतिष्ठान पहले पहुंचने के चक्कर में वैकल्पिक मार्ग शहीद पथ के रास्ते जा रहे थे. लेकिन, प्रोटोकॉल और पुलिस ने घोर लापरवाही बरती. 

आईबी, इंटेलिजेंस के हाथ-पैर फूले
ट्रैफिक पुलिस के एस्कोर्ट गृहमंत्री की फ्लीट को आला अधिकारियों के पीछे-पीछे वैकल्पिक मार्ग शहीद पथ पर लेकर चले गए, जबकि फ्लीट का रिहर्सल लोहिया पथ के लिए किया गया था, लेकिन पुलिस की इस लापरवाही की वजह से अफरातफरी और असुरक्षा का माहौल खड़ा हो गया. लखनऊ से लेकर दिल्ली तक आईबी, इंटेलिजेंस और पुलिस के आला अफसरों के हाथ-पैर फूल गए. 

पुलिस सूत्रों की मानें थोड़ी देर बाद जब गलती का अहसास हुआ तो अधिकारियों के जान में जान आई. 

अर्जुनगंज-वीवीआईपी रूट पर भारी पुलिस बल तैनात था, जबकि शहीद पथ पर किसी प्रकार की अतिरिक्त तैनाती नहीं थी, जिससे किसी अप्रिय घटना का अंदेशा था. जो भी हो, यूपी जैसे संवेदनशील प्रदेश में गृहमंत्री की सुरक्षा में भारी चूक के लिए लखनऊ पुलिस की गैर पेशेवर हरकत की पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.

यह भी पढ़िएः UP: माता-पिता से मिलने की जिद की तो पति ने काट दिया गला, दो साल पहले हुई थी शादी

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.  

ट्रेंडिंग न्यूज़