माता वैष्णो देवी जा रहे हैं तो Pay Attention! भक्तों की यात्रा हो सकती है बाधित, जानें- क्या है मामला

Mata Vaishno Devi Katra Protest: माता वैष्णो देवी रोपवे परियोजना को स्थानीय व्यापारियों द्वारा कटरा में 72 घंटे की नाकेबंदी का सामना करना पड़ रहा है. वह इस योजना के खिलाफ काम बंद करके विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

Written by - Nitin Arora | Last Updated : Dec 26, 2024, 03:20 PM IST
  • तीर्थयात्रियों की शिकायत, बंद खत्म करने की अपील
  • पुलिस आई तो तनाव बढ़ा
माता वैष्णो देवी जा रहे हैं तो Pay Attention! भक्तों की यात्रा हो सकती है बाधित, जानें- क्या है मामला

Jammu Katra News: जम्मू क्षेत्र में माता वैष्णो देवी रोपवे परियोजना को लेकर विरोध चल रहा है. 25 दिसंबर से कटरा में 72 घंटे की नाकेबंदी चल रही है. इस दौरान दुकानदारों और टट्टू वालों सहित स्थानीय व्यवसायियों ने श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति द्वारा आयोजित बंद में शामिल होकर विरोध के दौरान शहर में सभी गतिविधियों को निलंबित करने की कसम खाई. उन्होंने कहा कि विरोध के दौरान कटरा में सभी गतिविधियां बंद रहेंगी.

परियोजना क्या है?
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने पिछले महीने कहा था कि वह बुजुर्गों, बच्चों और उन लोगों के लिए मंदिर में प्रवेश करने के लिए 13 किलोमीटर का रास्ता आसान बनाने के लिए रोपवे स्थापित करेगा, जिन्हें गुफा मंदिर तक जाने में कठिनाई होती है. इसमें ताराकोट मार्ग को सांझी छत से जोड़ा जाएगा, जो मंदिर की ओर जाता है. यह प्रस्तावित ₹250 करोड़ की परियोजना है.

वहीं, दूसरी ओर समिति ने कहा, 'इस पहल से स्थानीय मजदूरों, दुकानदारों और सेवा प्रदाताओं की आजीविका खतरे में पड़ गई है, जो पुराने तीर्थ मार्ग पर निर्भर हैं. निवासियों और कर्मचारियों ने चिंता व्यक्त की है कि रोपवे परियोजना के कारण उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा.'

पुलिस आई तो तनाव बढ़ा
जब पुलिस ने रोपवे परियोजना के खिलाफ प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया, तो कटरा में तनाव फैल गया. कुछ प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया. वैष्णो देवी मंदिर तक प्रस्तावित रोपवे परियोजना के खिलाफ प्रदर्शनों के बाद, सुरक्षा बलों ने कटरा में शांति बनाए रखने के लिए फ्लैग मार्च किया.

तीर्थयात्रियों की शिकायत, बंद खत्म करने की अपील
तीर्थयात्रियों ने बंद के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि रेस्तरां बंद होने और स्थानीय परिवहन के निलंबन ने बड़ी मुश्किलें पैदा की हैं. एक तीर्थयात्री ने संवाददाताओं से कहा, 'हमें बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इस तीन दिवसीय बंद के दौरान, तीर्थयात्री कहां खाएँगे और कहां आराम करेंगे? इस तरह से विरोध करना अनुचित है. चूंकि हजारों तीर्थयात्री पीड़ित हैं, इसलिए हम प्रदर्शनों के प्रभारी लोगों से सम्मानपूर्वक हड़ताल समाप्त करने का अनुरोध करते हैं.'

मेरठ से आई तीर्थयात्री अरुणा ने PTI समाचार एजेंसी से कहा, 'हम यहां आए हैं. दुकानें बंद होने से यहां दिक्कतें हो रही हैं. रोपवे परियोजना पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इससे बुजुर्गों और बीमार लोगों को फायदा होगा. हां, सुविधाएं तो होनी ही चाहिए.'

हड़ताल जारी
स्थानीय भाजपा और कांग्रेस के लोग पुलिस के हस्तक्षेप और हिरासत के बावजूद हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं. अधिकारियों ने उच्च अधिकारियों से विचार-विमर्श के लिए अतिरिक्त समय मांगा, इसलिए रियासी के डिप्टी कमिश्नर के साथ बैठक स्थगित कर दी गई. समिति की प्रवक्ता के अनुसार, उन्होंने अपनी हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया है, क्योंकि ऐसा प्रतीत होता है कि यह देरी समय खरीदने का प्रयास है.

ये भी पढ़ें- 17.25 रुपये का शेयर 516 रुपये का हुआ; इस मल्टीबैगर स्टॉक ने चार साल में ₹1 लाख के ₹30 लाख बना डाले

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़