मिजोरम के मंत्री ने कोरोना वार्ड में लगाया पोछा, सोशल मीडिया पर हो रही वाहवाही

मिजोरम सरकार में उर्जा मंत्री हैं लालजिर्लियाना, पत्नी और बेटे के साथ खुद भी कोरोना की चपेट में आ गए थे।  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 15, 2021, 06:01 PM IST
  • सोशल मीडिया पर हो रही तारीफ
    लोग बता रहे रीयल हीरो
मिजोरम के मंत्री ने कोरोना वार्ड में लगाया पोछा, सोशल मीडिया पर हो रही वाहवाही

नई दिल्लीः देश में कोरोना महामारी ने तबाही मचा रखी है. हर ओर से बेबसी और दिल को झकझोरने वाली खबरें सामने आ रही हैं. लेकिन इस मुश्किल वक्त में कुछ ऐसे भी वाकये सामने आ रहे हैं, जो दिल को सुकून दे रहे हैं और लोगों को दूसरों की मदद और अपने कर्तव्यों के सही इस्तेमाल की प्रेरणा भी दे रहे हैं. ऐसे ही एक कोरोना मरीज की तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है, जिसमें वह अस्पताल के फर्श पर पोछा लगा रहे हैं. दरअसल, यह कोई आम फोटो नहीं है. इसमें सफाई करते दिख रहे शख्स मिजोरम सरकार में मंत्री आर लालजिर्लियाना हैं.

कोरोना संक्रमित हैं मंत्री
71 साल के लालजिर्लियाना मिजोरम सरकार में उर्जा मंत्री हैं. वे कोरोना से संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे. फोटो में नजर आ रहा है कि अस्पताल की गाउन पहने हुए हैं और हाथ में पोछा लेकर अस्पताल के वार्ड की जमीन साफ कर रहे हैं. अस्पताल का नाम जोराम मेडिकल कॉलेज बताया जा रहा है. बताते हैं कि मंत्री की पत्नी और बेटे का भी इलाज चल रहा था. मंत्री की इस फोटो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोग उनकी तारीफो के पुल बांध रहे हैं.

सफाईकर्मी ने नहीं सुना तो...
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस फोटो के वायरल होने के बाद मंत्री ने कहा कि उनका मकसद अस्पताल स्टाफ के शर्मिंदा करना नहीं था.

लालजिर्लियाना ने स्थानीय मीडिया को बताया कि उन्होंने सफाईकर्मी को वॉर्ड की सफाई के लिए बुलाया था. अब जब कर्मी ने उनकी बात पर प्रतिक्रिया नहीं दी, तो उन्होंने खुद ही फर्श साफ करने का फैसला किया.

घर में भी करता हूं सफाई

मंत्री ने कहा कि 'झाड़ू, पोछा लगाना या घर के काम करना मेरे लिए नया नहीं है. मैं ये काम घर पर या जहां जरूरत होती थी, वहां भी करता था.' उन्होंने यह साफ किया है कि मंत्री होने के चलते वे खुद को किसी और से ऊपर नहीं रख सकते हैं. उन्होंने कहा, 'फर्श पर पोछा लगाने से मेरा मकसद नर्स या डॉक्टर को शर्मिंदा करना नहीं था, बल्कि मैं एक मिसाल कायम कर लोगों को सीख देना चाहता था.'

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नहीं लिया वीआईपी ट्रीटमेंट
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि दो दिनों तक मिनी ICU में रहने के बाद उनका स्वास्थ्य ठीक है और उन्होंने किसी तरह की वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं लिया था. उन्होंने कहा, 'हम यहां ठीक हैं. मेडिकल स्टाफ और नर्स हमारी अच्छी देखभाल कर रही हैं.' रिपोर्ट्स क मुताबिक, मंत्री उनकी पत्नी और बेटा पहले होम आइसोलेशन में थे, लेकिन 12 मई को ऑक्सीजन स्तर में कमी आने के कारण उन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया था.

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