लखनऊ. देश के मशहूर शायर मुनव्वर राना का लखनऊ के एक अस्पताल में रविवार रात निधन हो गया. वो बीते कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे. 'मां' पर अपनी भावनात्मक रचनाओं से देश में नाम कमाने वाले मुनव्वर राना 71 साल के थे. राना लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई अस्पताल में भर्ती थे. उन्हे बीते साल तबीयत खराब होने पर लखनऊ के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें किडनी और हृदय रोग से संबंधित कई समस्याएं थीं. उनकी तबीयत इतनी बिगड़ी कि वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखना पड़ा था.
Acclaimed poet Munawwar Rana dies following prolonged illness in Lucknow. He was admitted to the Sanjay Gandhi Post Graduate Institute of Medical Sciences (SGPGIMS). pic.twitter.com/JD4gjoy61t
— ANI (@ANI) January 14, 2024
बाद में एसजीपीजीआई अस्पताल में गाल ब्लैडर में दिक्कत के कारण उनकी सर्जरी की गई थी. वो बीती 9 जनवरी से वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे. मुनव्वर राना के देहांत पर समाजवादी पार्टी ने कहा है- पार्टी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करती है. देश और दुनिया में भारत का नाम बुलंदियों पर ले जाने का काम मुनव्वर राना साहब ने किया. वो किसी तआरुफ़ के मोहताज नहीं हैं. उनका निधन बड़ी क्षति है. समाजवादी पार्टी उनके निधन पर दुख व्यक्त करती है.
VIDEO | “Munawwar Rana Sahab took India's name to great heights. Samajwadi Party pays tribute to him on his sad demise. His demise is a big loss for the country,” says Samajwadi Party spokesperson Fakrul Hasan Chand.#MunawwarRana pic.twitter.com/UAZ5XFYw4s
— Press Trust of India (@PTI_News) January 14, 2024
शायरी से खूब कमाया नाम
मुनव्वर राना ने जिंदगी में शायरी की बदौलत पूरे देश में नाम कमाया था. उन्हें साल 2014 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था. मुनव्वर की किताबों में 'मां', 'मुहाजिरनामा', 'मीर आ के लौट गया', 'रुखसत करो मुझे', 'घर अकेला हो गया', 'ढलान से उतरते हुए', 'सुखन सराय' शामिल हैं.
विवादित बयानों से रहा नाता
बता दें कि बीते कुछ सालों से मुनव्वर राना के कुछ बयान विवादित भी हुए. साल 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने कहा था कि अगर योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने तो मैं राज्य छोड़ दूंगा. बड़े दुख के साथ मुझे यह प्रदेश छोड़ना पड़ेगा. इसके अलावा CAA-NRC को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान राना ने उत्तर प्रदेश की सरकार का जिक्र करते हुए कहा था कि उन्हें योगी के राज में यूपी में डर लगने लगा है. साथ ही राना ने फ्रांस में कार्टून विवाद को लेकर हुई एक टीचर की गला रेत कर हुई हत्या का भी बचाव किया था.
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