इमरान को अपना दोस्त कहने वाले सिद्धू ननकाना साहिब हमले पर गायब

पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुई हिंसा मामले में भारत में भी काफी आक्रोश देखा जा रहा है. भाजपा और अकाली दल पाकिस्तान पर आक्रामक हैं तो वहीं कांग्रेस की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 4, 2020, 06:38 PM IST
    • सिद्धू ननकाना साहिब हमले पर गायब
    • भाजपा ने कांग्रेस को लताड़ा
    • सिद्धू ने पाकिस्तानी जनरल बाजवा को लगाया था गले
 इमरान को अपना दोस्त कहने वाले सिद्धू ननकाना साहिब हमले पर गायब

चंडीगड़: पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुई हिंसा मामले में भारत में सभी लोग आक्रोशित हैं. भाजपा और अकाली दल इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू से सवाल कर रहे हैं कि अब वो अपने दोस्त इमरान खान से इस मुद्दे पर कुछ क्यों नहीं कह रहे हैं. भाजपा नेता मीनाक्षी लेखी ने कहा है, 'इस मामले पर मैंने अभी तक कांग्रेस की तरफ से कुछ भी नहीं सुना है. मैं नहीं जानती की नवजोत सिंह सिद्धू कहां भाग गए हैं? अगर इन सबके बाद भी वह ISI प्रमुख को गले लगाना चाहते हैं तो कांग्रेस को इस पर गौर करना चाहिए.'

भाजपा ने कांग्रेस को लताड़ा

कांग्रेस द्वारा किये गये इस ट्वीट पर भाजपा ने कांग्रेस को लताड़ लगाई है. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा- कांग्रेस कह रही है कि ये जो ननकाना साहेब में सिखों के विरोध में बोला गया, इस के लिए “संघ” ज़िम्मेदार है. कांग्रेस यहाँ तक कह रही है की ये video फ़र्ज़ी है. इसका मतलब ये है कि माँ बेटे के आदेश पर किसी भी क़ीमत पर कांग्रेस पाकिस्तान को बचाती है. ऐसी कांग्रेस पर धिक्कार है.

सिद्धू ने पाकिस्तानी जनरल बाजवा को लगाया था गले

कांग्रेसी नेता और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू 18 अगस्त को इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में गए थे. वह भारत से जाने वाले इकलौते राजनेता या खिलाड़ी थे. वहां उन्होंने सैन्य प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को अपने गले लगा विया था.  वहां उनके पाक सैन्य प्रमुख से गले मिलने पर भारतीय मीडिया में सवाल उठाए गए. इसके बाद विभिन्न दलों के राजनेताओं ने उन्हें अपने निशाने पर ले लिया था.

भारतीय विदेश मंत्रालय सक्रिय

भारत ने पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब गुरुद्वारा पर हमले और तोड़फोड़ की कड़ी निंदा की है. भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब गुरुद्वारा में हुई पत्थरबाजी को लेकर हम चिंतित हैं. हम पूरे मामले पर गंभीरता से नजर बनाए हुए हैं. ननकाना साहिब जैसे पवित्र स्थान पर अल्पसंख्यक सिख समुदाय को निशाना बनाया गया, जो कि गुरु नानक देव जी की जन्मभूमि है. 

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