दिल्ली में कोरोना वायरस से हाहाकार, 6 मरीज सफदरजंग में भर्ती
दिल्ली-एनसीआर में नए मामले सामने आने के बाद केंद्र और दिल्ली सरकार की हरकत तेज हो गई है. कोरोना वायरस के संदिग्ध 6 मरीजों को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
दिल्ली: हिंदुस्तान में कोरोना वायरस की दस्तक ने खलबली मचा दी है. चारों ओर लोगों में भय, चिंता और डर का माहौल देखा जा रहा है. कोरोना वायरस के संदिग्ध 6 मरीजों को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के आगरा से कोरोनावायरस के 6 नए संदिग्ध मामले सामने आने के बाद लोगों से न घबराने और साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया है. बता दें कि नोएडा के संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट में उन्हें निगेटिव बताया गया.
नोएडा में 1000 कंपनियों को भेजा गया है नोटिस
इस बीच गौतमबुद्धनगर के सीएमओ अनुराग भार्गव ने बताया कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा की 1000 से ज्यादा कंपनियों को कोरोना वायरस अलर्ट का नोटिस दिया गया है. नोटिस में सभी कंपनियों से कहा गया है कि उनका कोई कर्मचारी विदेश गया है तो उसके भारत लौटने पर स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना दी जाए. गौतमबुद्धनगर सीएमओ ने ईरान, सिंगापुर, चीन समेत 13 देशों से लौटने वाले लोगों की स्क्रीनिंग का आदेश दिया है. एक स्कूल को भी बंद करने की सूचना है.
ईरान के लोगों के वीजा पर रोक
कोरोना वायरस का कहर इंसानी जान के साथ-साथ दो देशों के संबंधों पर भी असर डाल रहा है. कई देशों से जारी व्यापार में कोरोना के कारण कमी तो आई ही है, अब इस मामले में नया कदम वीजा रद्द करने को लेकर उठाया गया है. कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए भारत ने सोमवार को ईरानी नागरिकों को जारी किए गए वीजा या ई-वीजा को रद्द करने का फैसला किया है. भारत की तरफ से यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब ईरान के सर्वोच्च नेता अयातोला अली खामेनेई के सलाहकार मोहम्मद मीरमोहम्मदी की कोरोना के कारण मौत हो गई है.
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पूरी दुनिया में खतरे की घंटी
विश्व स्वास्थ्य संगठन कोरोना के बढ़ते प्रकोप से चिंतित है. इस संक्रमण को गंभीरता से लेते हुए इस वैश्विक स्वास्थ्य मंच ने दुनिया के देशों को इस वायरस की रोकथाम के लिए कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि इस वायरस को अभी से रोकने के लिए काम किए जाने की जरूरत है. अगर अभी से मिल कर इस दिशा में काम नहीं हुआ तो उसका नतीजा बहुत खतरनाक होगा. सारी दुनिया के 80 फीसदी लोग इससे पीड़ित हो जायेंगे.
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