Karnataka Elections 2023: 'मिशन साउथ' के लिए कितना अहम है कर्नाटक? बीजेपी के सामने ये हैं चुनौतियां

कर्नाटक विधानसभा चुनाव की अहमियत को देखते हुए बीजेपी आलाकमान ने दक्षिण का द्वार कहे जाने वाले कर्नाटक के नेताओं को दो टूक में संदेश दिया है. इसमें साफतौर पर बताया गया है कि मिशन साउथ की कामयाबी के लिए भाजपा का चुनाव जीतना कितना जरूरी है.

कर्नाटक विधानसभा चुनाव की अहमियत को देखते हुए बीजेपी आलाकमान ने दक्षिण का द्वार कहे जाने वाले कर्नाटक के नेताओं को दो टूक में संदेश दिया है. इसमें साफतौर पर बताया गया है कि मिशन साउथ की कामयाबी के लिए भाजपा का चुनाव जीतना कितना जरूरी है.

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कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा पूरी तैयारी में जुटी हैं. इस बार चुनाव में कई दिग्गज नेताओं की बगावत से परेशान भाजपा अब भीतरघात और टिकट नहीं मिलने वाले नेताओं की निष्क्रियता की आशंका को लेकर सतर्क हो गई है. 

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इसके लिए पार्टी आलाकमान ने कर्नाटक नेताओं  को संदेश देते हुए कहा कि मिशन साउथ को कामयाब बनाने के लिए भाजपा का कर्नाटक चुनाव जीतना बहुत जरूरी है. जानकारी के मुताबिक पार्टी के एक दिग्गज नेता ने पार्टी की उच्चस्तरीय बैठक भी की. 

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2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा के लिए कर्नाटक के साथ-साथ दक्षिण भारत के अन्य राज्य- तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश काफी महत्वपूर्ण हो गए हैं. 

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गौरतलब है कि दक्षिण भारत के कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और पुड्डुचेरी में मिलाकर लोकसभा की कुल 130 सीटें हैं, जिनमें से भाजपा के पास फिलहाल 29 सीटें ही हैं और इसमें से भी 25 सीटें उसे अकेले कर्नाटक से ही मिली है, जबकि तेलंगाना से उसके पास चार सांसद है. 

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बता दें कि दक्षिण भारत के राज्यों में कर्नाटक को भाजपा के लिए सबसे मजबूत राज्य माना जाता है, इस गढ़ को मजबूत बनाए रखने के साथ ही दक्षिण भारत के बाकी राज्यों में भी पार्टी अपना खाता खोलने की पूरी कोशिश कर रही है.