नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को इजराइल के अपने समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की और दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में रणनीतिक सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति जताई. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने नेतन्याहू को जल्द से जल्द भारत आने का निमंत्रण भी दिया.
पीएम मोदी ने नेतन्याहू को दी बधाई
पीएमओ ने कहा कि मोदी ने रिकॉर्ड छठी बार इजराइल का प्रधानमंत्री बनने पर नेतन्याहू को बधाई दी और उनके सफल कार्यकाल की कामना की. पीएमओ के अनुसार दोनों नेताओं ने हाल के वर्षों में भारत-इजरायल रणनीतिक साझेदारी में तेज प्रगति पर संतोष भी व्यक्त किया.
Was a pleasure to speak with my good friend, @netanyahu. Congratulated him for his impressive election win and for becoming Prime Minister for a record sixth time. Delighted that we will have another chance to advance the India-Israel Strategic Partnership together. @IsraeliPM
— Narendra Modi (@narendramodi) January 11, 2023
नेतन्याहू ने दो हफ्ते पहले ही प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है. इसके बाद दोनों नेताओं की आज पहली बार बातचीत हुई है. नेतन्याहू की लिकुड पार्टी और उसके धुर-दक्षिणपंथी सहयोगियों ने पिछले साल यहूदी राष्ट्र में आम चुनावों में शानदार जीत हासिल की थी.
बेंजामिन नेतन्याहू को बताया अच्छा मित्र
मोदी ने बाद में एक ट्वीट में कहा, 'मेरे अच्छे मित्र बेंजामिन नेतन्याहू से बात करना सुखद रहा. चुनावों में प्रभावी जीत हासिल करने और रिकॉर्ड छठी बार प्रधानमंत्री बनने पर मैंने उन्हें बधाई दी. मुझे खुशी है कि भारत-इजराइल रणनीति साझेदारी को साथ मिलकर आगे ले जाने का हमारे पास एक और मौका है.'
नेतन्याहू के कार्यालय ने दोनों नेताओं के बीच बातचीत को 'गर्मजोशी भरा और अच्छा' बताया. एक ट्वीट में कहा, 'प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आज भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात की. दोनों नेताओं के बीच बातचीत गर्मजोशी भरी और अच्छी रही.'
इस साल भारत आ सकते हैं नेतन्याहू
ट्वीट में कहा गया, 'भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार के गठन पर प्रधानमंत्री नेतन्याहू को बधाई दी और द्विपक्षीय सहयोग जारी रखने के महत्व पर जोर दिया. वे जल्द ही मिलने के लिए सहमत हो गए.'
नेतन्याहू के इस साल भारत आने की उम्मीद है. प्रधानमंत्री के रूप में अपने पिछले कार्यकाल के दौरान 2019 में उनकी भारत यात्रा रद्द हो गई थी. दोनों पक्ष 2021 में उनकी भारत यात्रा की योजना पर काम कर रहे थे, लेकिन यह सफल नहीं हो सका क्योंकि उन्हें उसी साल जून में सत्ता से हटा दिया गया था. पिछले कुछ वर्षों में भारत और इजरायल के बीच रक्षा, कृषि और जल सहित कई क्षेत्रों में संबंध मजबूत हुए हैं.
(इनपुट: भाषा)
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