PM Modi ने बालवीरों को दी बधाई, इन 3 संकल्पों पर दिया जोर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 32 बाल पुरस्कार विजेताओं से संवाद किया. अवॉर्ड के लिए सभी बालवीरों को उन्होंने बधाई दी. पीएम मोदी ने कहा कि 'कोरोना काल में बच्चों से भी बहुत कुछ सीखने को मिला.'

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 25, 2021, 02:47 PM IST
  • 32 बाल पुरस्कार विजेताओं से पीएम मोदी का संवाद
  • कोरोना काल में बच्चों ने अभूतपूर्व काम किया: PM
  • 'बच्चे बिल्कुल नई सोच के साथ काम कर रहे हैं'
PM Modi ने बालवीरों को दी बधाई, इन 3 संकल्पों पर दिया जोर

नई दिल्ली: 32 बाल पुरस्कार विजेताओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संवाद किया और अवॉर्ड के लिए सभी बालवीरों को बधाई दी. पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में बच्चों से भी बहुत कुछ सीखने को मिला. उन्होंने इस मौके पर विजेताओं के साथ संवाद करते हुए कहा कि 'इतनी कम उम्र में आपने जो काम किया है वो हैरान करने वाला है.'

प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन

'नमस्ते, आप सभी को प्रधानमंत्री बल पुरस्कार जितने की बहुत बधाई. जबसे आपको पता चल होगा आपका नाम चुना गया है आपकी बेसब्री बढ़ गई होगी. आपके अपने भी उत्तेजित होंगे, आपकी तरह मैं भी आपसे मिलने का इंतजार कर रहा था. बच्चों आपने जो काम किया है, वो इसलिए भी खास है जो पुरस्कार मिला है वो आपने कोरोना काल में किया है. इतनी कम उम्र में भी आपके काम कमाल करने वाले हैं. देश का नाम रौशन कर रहे है रिसर्च कर रह हैं. आपमें ही से देश के खिलाड़ी नेता बनेंगे. आपमें से कई बच्चों के बारे में मुझे बीच बीच में पता चलता रहा है. जैसे मुंबई की बेटी हमारी काम्या.'

प्रधानमंत्री- काम्या अभी हाल फिलहाल में किस नए पर्वत में विजय प्राप्त की?
काम्या- हम अभी गुलमर्ग में हैं, जून में माउंट दोनाली चढ़ने की तैयारी में है.
प्रधानमंत्री- सबसे बड़ा अवार्ड आपके लिए आपकी मेहनत और मनोबल है.
काम्या - मैंने कोरोना को अवसर समझा.
प्रधानमंत्री- मतलब आपने भी आपदा को अवसर में बदला. एक बात मैंने नोट किया है  कि देश के बच्चों ने इस महामारी से मुकाबला करने में बड़ी भूमिका निभाई है. मैंने बहुत वीडियो देखी है जिसमें बच्चे कोरोना से लड़ने के तरीके बताते थे. काम्या आपको और आप माता पिता और ट्रेनर को अभूत शुभकामना देता हूं.


प्रधानमंत्री- सविता जी आप कैसे मन बनाया आप निशानेबाजी में आगे बढ़ना है, ये विचार कहां से आया, आगे आपके मन में लक्ष्य है?
सविता- हमें देश के लिए मैडल जितना है.
प्रधानमंत्री- आप ओलिंपिक तक जाए गोल्ड लेकर आए, मेरी शुभकामना आपके साथ है. झारखण्ड के टैलेंट पर हम सबको गर्व है. आपको मेरा बहुत आशीर्वाद है.


प्रधानमंत्री- मणिपुर की बेटी को पुरस्कार मिला है पेंटिंग करने के लिए है. मुझे बताया गया है आप पर्यावरण पर पेंट करती है.
स्टूडेंट- हमारे वातावरण में गंदगी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है, मैं इसे बदल देना चाहती हूं.
प्रधानमंत्री- आपकी उम्र छोटी सी है, लेकिन विचार बहुत बड़े हैं 
इसके बाद बच्ची ने गाना गाया तो पीएम ने कहा कि 'मै मानता हूं तुम्हें संगीत में भी कुछ करना चाहिए.'


प्रधानमंत्री- कर्नाटक के राकेश कृष्ण भी हैं उन्हें खेती से जुड़े कार्य में पुरस्कार मिला है. आप इतनी काम उम्र में किसानों के बारे में सोच रहे है.
स्टूडेंट- ऐसा उपकरण बनाया है जो सस्ता और ज्यादा प्रोडक्टिव है.
प्रधानमंत्री- क्या तुम्हारे और भी आपको मदद कर रहे क्या?
स्टूडेंट- सब मुझे बहुत मदद कर रहे हैं
प्रधानमंत्री- मैं आपके माता जी पिता जी को बधाई देता हूं, आपको किसानी से जोड़ा है. आधुनिक कृषि देश की जरूरत है, आप ऐसे ही सफल होते रहे आपको मेरी बहुत शुभकामनाएं हैं.


प्रधानमंत्री- अलीगढ़ के शादाब के पास चलते है, बताया गया है उन्होंने अमेरिका तक में भारत का झंडा गाड़ा है. आप मैरिसा में युवा अम्बेसडर का काम कर रहे हैं.
शादाब- AMU का ग्यारहवीं का छात्र हूं, मेरे माता पिता का शुरू से ही सपोर्ट रहा है.
प्रधानमंत्री- आगे क्या सोचा है? आप देश का नाम रौशन कर रहे हैं.
शादाब- मैं आईएएस बनना चाहता हूं और यूनाइटेड नेशन में जाना चाहता हूं, मानव अधिकार पर काम करना चाहता हूं.
प्रधानमंत्री- मेरी आपको बहुत शुभकामनाएं हैं, मैं आपके माता पिता को बधाई देता हूं.


प्रधानमंत्री- गुजरात के जितेंद्र से बात करते हैं, जिन्हें तैराकी में पुरस्कार मिला है. मै भी बचपन में तालाब में तैरता था, पर आपकी और मेरी तैराकी में बहुत अंतर है.
जितेंद्र- आपके जैसा बनना चाहता हूं और देश की सेवा करना चाहता हूं बेस्ट वर्ल्ड स्विमर में बनना चाहता हूं.


जब आप यहां से जाएंगे, लोग आपकी खूब वाह वाही करेंगे. आपको ध्यान रखना है ये वाहवाही आपके एक्शन और कर्म के कारण है. वाह वाही में भटक कर एक्शन रुक गए तो यहि आपके लिए बाधा बन सकती है. आगे आपको जीवन में और भी सफलता हासिल करनी है.

मैं 3 बातों पर जोर दूंगा

पहला- निरंतरता 
आपके काम की गति कभी नहीं रुकनी चाहिए 

दूसरा- देश के लिए संकल्प
जो काम करे अपना मान कर ना करे ,मेरा काम मेरे लिए काम ये सोच दायरे को सिमित कर देती है ,देश के लिए काम करेंगे आपका काम कही ज्यादा बढ़ा जायेगा 
आप कभी सोचियेगा की ऐसा क्या करे देश आगे बढे 

तीसरी- विनम्रता का संकल्प 
ये होगी तो आपके साथ और भी सैकड़ो हजारो लोग भी मिलकर काम करेंगे. मैं मानु ये तीनो संकल्प याद रखेंगे. मुझे मालूम है ना आप भूलेंगे ना किसी को भूलने देंगे. आपके जीवन में आगे के जो सपने है वो पूरे हो, लगतार आप सभी ऐसे ही देश को आगे बढ़ाते रहे. सबको बधाई देता हु बहुत बहुत और आप सब बच्चों को अनेक-अनेक आशीर्वाद देता हूं.

इसके अलावा पीएम ने कहा कि 'प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेता सभी बच्चों को बहुत-बहुत बधाई. आपकी तरह मैं भी आपसे मिलने का इंतजार कर रहा था, लेकिन कोरोना की वजह से हमारी वर्चुअल मुलाकात हो रही है. प्यारे बच्चों, आपने जो काम किया है, आपको जो पुरस्कार मिला है, वो इसलिए भी खास है कि आपने ये सब कोरोना काल में किया है. इतनी कम उम्र में आपके द्वारा किए काम हैरान करने वाले हैं. कोई खेल के क्षेत्र में देश का नाम रौशन कर रहा है, कोई अभी से ही रिसर्च और इनोवेशन कर रहा है. आपमें से ही कल देश के खिलाड़, वैज्ञानिक, नेता, देश के बड़े-बड़े CEO भारत का गौरव बढ़ाने की परंपरा दिखाई देगी.'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'कोरोना ने निश्चित तौर पर सभी को प्रभावित किया है, लेकिन एक बात मैंने नोट की है कि देश के बच्चे, देश की भावी पीढ़ी ने इस महामारी से मुकाबला करने में बहुत भूमिका निभाई है. साबुन से 20 सेकेंड हाथ धुलना हो ये बात बच्चों ने सबसे पहले पकड़ी. प्यारे बच्चों, इस बातचीत से आप सभी को मिले अवॉर्ड से ये समझ आता है कि कैसे जब एक छोटा आइडिया जब एक राइट एक्शन के साथ जुड़ता है तो कितने बड़े और प्रभावशाली रिजल्ट आते हैं. आप सब खुद इसका कितना बड़ा उदाहरण है.'

नरेंद्र मोदी ने बोला कि 'आपकी सफलता ने कई लोगों को प्रेरित किया है. आपके दोस्त, साथी और देश के दूसरे बच्चे, जो आपको टीवी पर देख रहे होंगे, तो वो भी आपसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ेंगे. नए संकल्प लेंगे और उन्हें पूरा करने के लिए भरसक प्रयास करेंगे. हर बच्चे की प्रतिभा उनका टैलेंट देश का गौरव बढ़ाने वाला है. मेरा मन है कि आप सभी से बात करता रहूं. आप एक भारत-श्रेष्ठ भारत की बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति हैं. आपको इस सफलता की खुशी में खो नहीं जाना है. जब आप यहां से जाएंगे तो लोग आपकी खूब तारीख करेंगे, लेकिन आपको ध्यान रखना है कि ये तारीफ आपके कर्म के कारण है. तारीफ में भटककर यदि आप रुक गए तो ये तारीफ आपके लिए बाधा बन सकती है. जब आप देश के लिए काम करते हैं, तो आप जो करते हैं उसका परिमाण आकार में कई गुना बढ़ जाएगा. आपके सोचने का तरीका भी बहुत बदल जाता है और बढ़ जाता है. आप सभी को भी विनय का संकल्प लेना चाहिए. आपकी उपलब्धियों को उन्नत विनय के साथ आना चाहिए.'

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