भाजपा के पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी के निधन से राजनीति में शोक, पीएम मोदी ने जताई संवेदना

2014 में उत्तर प्रदेश में संत कबीर नगर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी, भाजपा सांसद डॉ रमापति राम त्रिपाठी के पुत्र थे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सांसद के निधन पर शोक व्यक्त किया है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 1, 2021, 10:08 AM IST
  • पीएम मोदी ने असमय निधन पर जताया शोक
  • मूलरूप से गोरखपुर के रहने वाले थे पूर्व सांसद
भाजपा के पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी के निधन से राजनीति में शोक, पीएम मोदी ने जताई संवेदना

लखनऊ: संत कबीर नगर से भाजपा के पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी का लंबी बीमारी के बाद बुधवार देर रात को गुरुग्राम के एक अस्पताल में निधन हो गया. वह 49 वर्ष के थे.

पीएम मोदी ने किया ट्वीट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संतकबीरनगर से पूर्व सांसद व भाजपा के वरिष्ठ नेता शरद त्रिपाठी के असमय निधन पर शोक जताया है. उन्होंने ट्वीट कर श्रद्धांजलि अर्पित की है. उन्होंने लिखा, 'शरद त्रिपाठी के असमय निधन से दुखी हूं. समाज की सेवा करने के साथ ही निचले तबके के लोगों के लिए काम करना उन्हें पसंद था.

संत कबीर दास जी के आदर्शों को लोकप्रियता दिलाने के लिए उन्होंने प्रयास किए. उनके समर्थकों और परिजनों के लिए सांत्वना. ओम शांति.' 

सीएम ने जताया शोक

2014 में उत्तर प्रदेश में संत कबीर नगर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले पूर्व सांसद, भाजपा सांसद डॉ रमापति राम त्रिपाठी के पुत्र थे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सांसद के निधन पर शोक व्यक्त किया है.

गोरखपुर के थे मूलनिवासी

भाजपा के पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी मूलरूप से गोरखपुर के रहने वाले थे. उनका पैतृक निवास खजनी तहसील क्षेत्र में पड़ता है. वह शहर क्षेत्र के धर्मशाला इलाके में परिवार के साथ रहते थे. लंबे समय से बीमार चल रहे थे.

तबीयत खराब होने के बाद पूर्व सांसद को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. शरद त्रिपाठी के पिता रमापति राम त्रिपाठी देवरिया से भाजपा सांसद हैं. वह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. 

जानकारी के मुताबिक, शरद अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं. वर्ष 2014 का लोकसभा चुनाव उन्होंने संतकबीरनगर संसदीय क्षेत्र से जीता था. साल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले ही उनका संतकबीरनगर के मेंहदावल सीट से भाजपा विधायक राकेश सिंह बघेल से विवाद हो गया था.

चर्चित रहा था मारपीट मामला

कलेक्ट्रेट सभागार में तब सांसद और विधायक के बीच मारपीट हुई थी जो लंबे समय तक चर्चा में बनी रही थी. बताते हैं कि यही घटना वजह बनी, जिसके कारण शरद त्रिपाठी को संतकबीरनगर से टिकट नहीं मिला, लेकिन पार्टी ने उनके पिता व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी को देवरिया से चुनाव मैदान में उतारा था. उनके पिता अब देवरिया से सांसद हैं.

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