खुशखबरी: साल 2023 के अंत तक रामलला के होने लगेंगे दर्शन, 2025 तक बन जाएगा पूरा मंदिर

Ram Mandir Ayodhya: 2023 के बाद भक्त मंदिर के गर्भगृह में दर्शन-पूजन कर सकेंगे. 2025 तक संपूर्ण परिसर सभी सुविधाओं से लैस हो जाएगा.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 4, 2021, 05:29 PM IST
  • मंदिर परिसर में संग्रहालय, आर्काइव और एक रिसर्च सेंटर भी बनेगा
  • साल 2025 तक संपूर्ण मंदिर परिसर सभी सुविधाओं से लैस हो जाएगा
खुशखबरी: साल 2023 के अंत तक रामलला के होने लगेंगे दर्शन, 2025 तक बन जाएगा पूरा मंदिर

नई दिल्लीः Ram Mandir Ayodhya: अयोध्या में अब जल्द ही श्रद्धालु अपने आराध्य रामलला के दर्शन कर पाएंगे. बीते साल पांच अगस्त को पीएम मोदी ने राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया था. ठीक इसी मौके पर सामने आया है कि राम मंदिर के गर्भ गृह का निर्माण दिसंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा.

इसके साथ ही श्रद्धालु राम लला का दर्शन दिसंबर 2023 से कर सकेंगे. मंदिर का संपूर्ण निर्माण दिसंबर 2025 तक पूरा हो जाएगा और यह काफी भव्य मंदिर होगा. 2025 के बाद श्रद्धालु भव्य परिसर में रामलला के दर्शन कर सकेंगे. 

योजनाबद्ध तरीके से चल रहा है निर्माण
राम मंदिर निर्माण समिति इस तारीख तक मंदिर निर्माण पूरा करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम कर रही है. इसके लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से चंदा इकट्ठा किया जा रहा था.

अभी हाल ही में जुलाई राम मंदिर निर्माण समिति में इस पर चर्चा की गई थी. कहा गया था कि तय समय से एक साल पहले वर्ष 2023 में ही भव्य राममंदिर में रामलला के दर्शन सुलभ हो जाएंगे.

पहले 2024 तक था निर्माण का लक्ष्य
बैठक में तय हुआ था कि राममंदिर का परिसर पर्यावरण के अनुकूल होगा, साथ ही यहां त्रेतायुग के मनमोहक दृश्यों के साथ भक्तों के लिए आधुनिक सुख-सुविधाओं पर पूरा फोकस रहेगा. संपूर्ण परिसर 2025 खत्म होने से पहले विकसित हो जाएगा.

दो दिनी बैठक में संपूर्ण श्रीराम जन्मभूमि परिसर का मास्टर प्लान तैयार करने के साथ-साथ मंदिर की भव्यता व सुरक्षा पर गहन मंथन किया गया था. पहले राममंदिर 2024 तक बनाने का लक्ष्य था लेकिन इसे घटाकर 2023 कर दिया गया था.

2023 के बाद भक्त मंदिर के गर्भगृह में दर्शन-पूजन कर सकेंगे. 2025 तक संपूर्ण परिसर सभी सुविधाओं से लैस हो जाएगा.

यह भी पढ़िएः Lord Shiva Pooja Vidhi: इसलिए महादेव कहलाते हैं वैद्यनाथ, औषधियों से होता है उनका अभिषेक

मंदिर परिसर में बनेगा संग्रहालय 
मंदिर परिसर में संग्रहालय, आर्काइव और एक रिसर्च सेंटर भी बनाया जाएगा. उसमें प्रशानिक ब्लॉक, गेस्ट हाउस, संतों, फजरियों, प्रसाद बनाने और वितरण का स्थान होगा. इसके अलावा जिन देशों में रामायण अलग-अलग रूपों में लिखी गई है, उसे भी रखा जाएगा. यहां मन्दिर का इतिहास भी रखा जाएगा.

इसके अलावा हेरिटेज वाले भवनों का रखरखाव किया जाएगा. इसमें कुबेर महल, सीता कुंड जैसे स्थानों को एक अति आधुनिक मंदिर जिसमें प्राचीन भारत की झलक दिखे भी बनाया जाएगा.

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.  

ट्रेंडिंग न्यूज़