नई दिल्ली: स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) के प्रमुख अरुण कुमार सिन्हा का निधन हो गया है. अरुण सिन्हा करीब एक साल से कैंसर से लड़ रहे थे. 4 सितंबर को अचानक उन्हें लीवर में दिक्कत हुई तो दिल्ली के मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया. बुधवार को 61 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली. वो 2016 से एसपीजी निदेशक के तौर पर काम कर रहे थे. उन पर प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा की जिम्मेदारी थी.
कई अहम पदों पर रहे
अरुण कुमार सिन्हा ने अपनी पढ़ाई झारखंड से की थी. अपने करियर में वे कई बड़े पदों पर रहे हैं. सिन्हा ने केरल में ही विभिन्न पदों और रैंक पर काम किया. उन्होंने केरल पुलिस के डीसीपी कमिश्नर, इंटेलिजेंस आईजी और तिरुवनंतपुरम आईजी के पद पर काम किया. हाल ही में केंद्र सरकार की ओर से उन्हें अपने पद पर एक्टेंशन भी मिला था.
राष्ट्रपति के हत्यारे को पकड़ा
अरुण कुमार सिन्हा ने एक देश के राष्ट्रपति की हत्या के केस को भी सुलझाया था. दरअसल, उन्होंने मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल गयूम की हत्या का केस सुलझाया. केस के एक मुख्य आरोपी को अरुण सिन्हा ने ही दिल्ली में धर-दबोचा था. उस वक्त सिन्हा केरल के कानून और व्यवस्था प्रभारी के पद पर थे.
पीएम को मिली धमकियों का मामला भी सुलझाया
अरुण कुमार सिन्हा ने ही प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति को ईमेल से जरिए मिलने वाली धमकियों के केस को सुलझाया था. सिन्हा ने ही राज्य में क्राइम स्टॉपर प्रणाली की नींव रखी थी. उनकी सेवा को और सरहानीय कामों को देखते हुए कई पदकों और पुरस्कार मिले हैं.
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