नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में हुए दंगे का दर्द इतनी आसानी से कम नहीं होने वाला है. किसी के घर का चिराग बझ गया, तो किसी की बुढापे की लाठी टूट गई. दंगे ने कईयों के घर तबाह कर दिये. दिल्ली के दंगा प्रभावित इलाकों में जब आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर लोगों का दर्द बांटने पहुंचे तो भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा.
श्री श्री रविशंकर ने सुना लोगों का दर्द
"ये वक्त दिल्ली की हिंसा में अपना सबकुछ खोए लोगों का हौसला बढ़ाने का है." ये बात कही है आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर ने, श्री श्री आज दिल्ली के दंगा प्रभावित इलाकों में गए और लोगों की बात सुनी और उनका हाल पूछा.
Gurudev @SriSri Ravishankar ji visiting riots effected areas in east delhi. Meeting people from both community & appealing for peace. #ShaheenBagh #DelhiRiots pic.twitter.com/gtCN8DDZjR
— Darshak Hathi (@DarshakHathi) March 1, 2020
इस मौके पर श्री श्री रविशंकर ने कहा कि "लोग सतर्क रहें, अमन शांति से रहें, विश्वास फिर से जताएं, भारत में सभी का समान अधिकार है. भावुकता में आकर, दर्द में आकर कोई कुछ भी बोले, ये चीजें ज्यादा मायने नहीं रखतीं.
श्री श्री रविशंकर ने आज दिल्ली के भजनपुरा, ब्रह्मपुरी, मौजपुर और जाफराबाद का दौरा किया. हिंसा की आग सबसे ज्यादा इन्हीं इलाकों में भड़की थी. एक के बाद एक कर श्री श्री लोगों से मिले और उनकी बाच सुनी. लौटते हुए श्री श्री ने दिल्ली को शांति का संदेश दिया और कहा कि दिल्ली सबकी है, ये दिखाना होगा.
"सिर्फ मुआवजे से नहीं चलेगा"
जब मीडिया ने उनसे केजरीवाल के मुआवजे से जुड़ा सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, "सिर्फ मुआवजे से नहीं चलेगा, लोगों में दोबारा विश्वास जगाना पड़ेगा. सभी को एकसाथ आकर एकता और शांति के लिए काम करना होगा.", साथ ही उन्होंने ये भी बोला कि जिन लोगों के जीवन में एक बहुत बड़ा घाव पहुंचा है. ट्रॉमा है, उनको वहां से निकालने का काम करना होगा. जिम्मेदारी हम सभी की है.
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ये वही दिल्ली है जो 4 दिन पहले तक हिंसा की आग में जल रही थी. लेकिन आज लोग भाईचारे की बात कर रहे हैं. साथ मिलने का वादा कर रहे हैं. यही वजह है कि दिल्ली को दिलवालों की कहा जाता है.
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