नई दिल्ली: देश की राजधानी में एक मजहबी कार्यक्रम के चलते कोरोना पर बड़ी लापरवाही सामने आई. राहत की बात ये रही कि ये लोग अंदर ही थे और अपने-अपने राज्यों को नहीं जा सके. नहीं तो ना जाने कितने लोगों को ये कोरोना का संक्रमण दे देते. अब दिल्ली पुलिस ने मरकज और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.


गुनहगारों के खिलाफ कार्रवाई में जुटी दिल्ली पुलिस


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दिल्ली निजामुद्दीन में मौजूद तबलीगी जमात के मरकज़ से कोरोना पॉज़िटिव केस मिलने के बाद दिल्ली पुलिस कार्रवाई में जुट गई है. दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने दिल्ली सरकार को तब्लीगी जमात से जुड़े विदेशी नागरिकों और दिल्ली की अलग-अलग मस्जिदों और जगहों पर रहने वाले व्यक्तियों के संबंध में तुरंत कार्रवाई करने के लिए लिखा है. कुल 157 लोगों पर कार्रवाई के लिए पुलिस ने लिखा है.
 
इसमें इंडोनेशिया के 94
किर्गिस्तान के 13
बांग्लादेश के 9
मलेशिया के 8
अल्जीरिया से 7 
ट्यूनीशिया से 1
बेल्जियम से 1

और इटली से 1 लोग शामिल हैं 
बाकी भारतीय नागरिक हैं.


दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच करेगी मामले की जांच


दिल्ली पुलिस ने निज़ामुद्दीन मरकज़ के मौलाना साद के अलावा 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच करेगी.


दिल्ली पुलिस को जानकारी मिली थी कि उत्तर पूर्वी जिले की 7 मस्जिदों और शाहदरा जिले की एक मस्जिद में बहुत सारे लोग रुके हुए है, इनमें से कुछ विदेशी भी हैं. दिल्ली पुलिस को 113 लोग इन 8 मस्जिदों में से मिले हैं, इनमें से 106 लोग उत्तर पूर्वी जिले में कि 7 मस्जिदों में रुके हुए थे. इन 106 लोगों में से 84 लोग विदेशी हैं. बाकी 7 लोग शाहदरा जिले की आस्का मस्जिद में रुके हुए थे  जिनमे से कुछ को क्वॉरेंटाइन में वज़ीराबाद भेजा गया है और बाकियों को सेल्फ क्वॉरेंटाइन में भेज दिया गया है. 


दिल्ली सरकार और नगर निगम ने कई इंतजाम


वहीं दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के लड़ रहे डॉक्टर और नर्सों के लिए अपनी तरफ से किए इंतजाम की जानकारी दी.


निजामुद्दीन में मौजूद पूरे मरकज को दिल्ली नगर निगम सैनेटाइज कर चुकी है. तबलीगी जमात का दावा है कि उसने वक्त रहते सभी जानकारी पुलिस और प्रशासन को दे दी थी. जमात के मुख्यालय मरकज निज़ामुद्दीन ने कहा है कि उसने कानून के किसी प्रावधान का उल्लंघन नहीं किया है.


लेकिन सवाल ये है कि 13 मार्च 2020 को ही दिल्ली सरकार ने 200 लोगों के एक जगह पर जुटने वाले कार्यक्रमों को प्रतिबंधित किया. लेकिन तबलीगी जमात ने सरकार के इस निर्देश की भी अवहेलना की.


16 मार्च 2020 को दिल्ली सरकार ने एक जगह पर 50 से ज़्यादा लोगों के जुटने पर रोक लगाई. लेकिन सरकार के इस आदेश को भी तबलीगी जमात ने नहीं माना.


इसे भी पढ़ें: कैसे 'कोरोना बम' में तब्दील हो गया तबलीगी जमात, जानिए सिलसिलेवार कहानी


कोरोना के मामले पर आज सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई हुई. कोर्ट ने उम्मीद जताई कि मीडिया जिम्मेदारी से काम करेगा, साथ ही बिना पुष्टि के पैनिक फैलाने वाली सूचनाओं का प्रसारण न करने की बात कही. कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि लोगों की शंका का समाधान करने के लिए रोजाना बुलेटिन का प्रसारण हो.


इसे भी पढ़ें: दिल्ली के CM ने किया स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के लिए बड़ा ऐलान



इसे भी पढ़ें: कश्मीर में कोरोना का खतरा बढ़ा, मूवमेंट पर सख्ती से रोक, 25 गांव रेड जोन में आए