नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ बवाल का सिलसिला बढ़ाने के लिए विपक्षी दल लगातार विरोध की आंच पर राजनीतिक रोटियां सेकते दिखाई दे रहे हैं. आज वामदलों ने CAA और NRC के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन कर रहा है. विपक्षी दल हड़ताल और बंद बुलाई है. जिसका असर देश के लिए काफी नुकसानदायक है.


बंद से देश को 30 से 35 हजार करोड़ का नुकसान


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देश के व्यापारिक संगठनों के संघ फिक्की के मुताबिक देश में एक दिन की हड़ताल होती है या बंद होता है तो देश को करीब 30 से 35 हजार करोड़ का नुकसान होता है. लेकिन इसके बाद भी जब देश हित की बात आती है तो दलों के राजनीतिक हित उससे उपर उठ जाते हैं.


देशभर में विपक्षी दलों का प्रदर्शन


आज भी पूरे देश में विपक्षी दलों का विरोध प्रदर्शन है. मामला नागरिकता कानून से जुड़ा है और आज इस कानून के विरोध में देश में कई जगहों पर प्रदर्शन हो रहा है. कई जगहों पर लोग सड़कों पर उतर आए हैं.


अयोध्या, मुजफ्फरपुर, बैंगलुरु और अगरतला में प्रदर्शन हो रहा है. बिहार में भी कई जगहों पर प्रदर्शन हो रहा है, पटना, के साथ साथ दरभंगा, सहरसा और मुजफ्फरपुर में भी प्रदर्शन हो रहा है.


ऐसे हालात को देखते हुए कई सवाल उठने लाजमी है. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन पर कुछ इसी तरह के 6 सवाल पूरा देश पूछ रहा है.


सवाल नंबर 1- बंद की सियासत कब होगी 'बंद'?
सवाल नंबर 2- प्रदर्शन का नाम, देश को बंधक बनाने का काम?
सवाल नंबर 3- 'नागरिकता' के नाम पर 'अवार्ड वापसी गैंग' रिटर्न्स?
सवाल नंबर 4- 'नागरिकता' पर सियासी जंग, इसलिए देश में प्रदर्शन?
सवाल नंबर 5- 'प्रदर्शन' की ये सियासत फिल्मी है?
सवाल नंबर 6- 'नागरिकता' पर देश भड़काने की साजिश कब तक?


देश की राजधानी दिल्ली में इस विरोध प्रदर्शन का खासा असर देखने को मिल रहा है. राजधानी में वामदलों के अलावा विपक्षी पार्टियों ने नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन तेज कर दिया है. जिससे दिल्ली के रास्ते काफी प्रभावित हो रहे हैं. आपको समझाते हैं कि CAA पर छिड़े संग्राम से दिल्ली में कौन-कौन से रास्ते खासा प्रभावित हैं.


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नागरिकता संशोधन कानून के विरोध की आड़ में राजनीतिक संग्राम तेज होता जा रहा है. इसका असर पूरे देश में देखने को मिल रहा है. प्रदर्शन और बवाल का सिलसिला इस कदर तूल पकड़ रहा है कि हर तरफ हो-हल्ला, बवाल और प्रदर्शन की तस्वीरें दिखाई देने लगी हैं.


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