लोन चुकाने के लिए बिजनेसमैन ने कराया खुद को किडनैप, मांगी 40 लाख की फिरौती

उत्तर प्रदेश में एक शेयर बाजार के व्यापारी ने 40 लाख रुपये का कर्ज चुकाने से बचने के लिए खुद का अपहरण करवा लिया. शम्सी रजा ने दावा किया कि, सोमवार को फिरौती के लिए उनका कथित रूप से अपहरण कर लिया गया और गुरुवार को लखनऊ पुलिस ने उन्हें बचाया.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 5, 2022, 02:21 PM IST
  • इस तरह फेक किडनैपिंग का हुआ भांडाफोड़
  • इस तरह व्यापारी आया पुलिस की गिरफ्त में
लोन चुकाने के लिए बिजनेसमैन ने कराया खुद को किडनैप, मांगी 40 लाख की फिरौती

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में एक शेयर बाजार के व्यापारी ने 40 लाख रुपये का कर्ज चुकाने से बचने के लिए खुद का अपहरण करवा लिया. शम्सी रजा ने दावा किया कि, सोमवार को फिरौती के लिए उनका कथित रूप से अपहरण कर लिया गया और गुरुवार को लखनऊ पुलिस ने उन्हें बचाया.

इस तरह फेक किडनैपिंग का हुआ भांडाफोड़

जांच में हालांकि यह साबित हुआ कि कर्ज में डूबे व्यापारी ने अपने दो सहयोगियों शाहिद और मोहम्मद की मदद से खुद का अपहरण किया था. सीसीटीवी फुटेज में उसे दोस्तों के साथ चाय पीते और अपहरण के लिए एक कार का इस्तेमाल करते हुए दिखाया गया है.

डीसीपी ईस्ट एंड क्राइम प्राची सिंह ने बताया कि, सआदतगंज के दरगाह रोड इलाके में शम्सी पत्नी फरहीन फातिमा और दो बच्चों के साथ रहता है.
पुलिस ने बताया कि, शम्सी ने अपने कई रिश्तेदारों और दोस्तों से कर्ज भी लिया था. जिससे वो अपना ही अपहरण करवाने का फैसला किया और अपने रिश्तेदार को बताया कि उसने जो 40 लाख रुपये दिए थे, वह फिरौती देने में खर्च हो गए.

इस तरह व्यापारी आया पुलिस की गिरफ्त में 

पुलिस ने कहा कि, उसने अपने कर्ज का भुगतान करने के लिए पैसे का इस्तेमाल करने की योजना बनाई. पूछताछ के दौरान, शम्सी ने पुलिस को बताया कि जिन लोगों से उसने कर्ज लिया था, वे उसे परेशान कर रहे थे और इसलिए उसने दोस्तों शाहिद और मोहम्मद के साथ मिलकर अपने अपहरण की योजना बनाई. योजना के मुताबिक सोमवार को शम्सी पत्नी को बताए बिना चला गया और देर रात तक घर नहीं लौटा. उसने फोन भी स्विच ऑफ कर रखा था.

रात में मोहम्मद ने शम्सी के अपहरण की कहानी सुनाते हुए फरहीन को फोन किया और 40 लाख रुपये का इंतजाम करने को कहा. फरहीन ने फिरौती की मांग को लेकर सआदतगंज पुलिस को सूचना दी.

एसीपी क्राइम पंकज श्रीवास्तव और एसीपी बाजारखाला सुनील शर्मा ने एक संयुक्त बयान में कहा, "टीम को सीसीटीवी मिला जिसमें शम्सी दोस्तों के साथ दिखे और कार का नंबर भी दिखा. जांच में पता चला कि कार का मालिक शम्सी के कॉलोनी का ही है और उसका दोस्त है. पुलिस ने उससे पूछताछ की तो पता चला कि उसने शम्सी के कहने पर कार शाहिद को दी थी. इसके बाद पुलिस ने रूट चार्ट बनाकर शम्सी को बरामद कर लिया."

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