मुंबई: JNU में हुई हिंसा पर राजनीतिक दलों की ओर से बयानबाजी जारी है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इसकी तुलना मुंबई हमले से कर दी. उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि जिस तरीके से छात्रों पर हमला किया गया है उससे ये बिल्कुल मुंबई हमले के समान लगता है. मैंने टीवी पर जो तस्वीरें देखीं उनसे स्पष्ट हो गया है कि इस हमले के पीछे किसकी साजिश है.
बिल्कुल बदल गये हैं उद्धव
#WATCH Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray on JNU violence: What was the need for attackers to wear masks? They were cowards. I was watching on TV and it reminded me of the 26/11 Mumbai terror attack. I will not tolerate such attacks in Maharashtra pic.twitter.com/LR1kpctk8K
— ANI (@ANI) January 6, 2020
जब से उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र की सत्ता संभाली है तब से कांग्रेस और वामपंथियों की भाषा बोल रहे हैं. जिस मुंबई हमले को कांग्रेस ने संघ की साजिश बताया था उसी मुंबई हमले की तुलना उद्धव ठाकरे ने JNU में हुई हिंसा से कर दी. इससे पहले शिवसेना हमेशा कांग्रेस को लताड़ लगाती थी कि उसने संघ पर झूठा आरोप कैसे लगा दिया. कांग्रेस भी बिना सच्चाई को समझे संघ पर JNU हमले का दोष मढ़ रही है.
सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर लगाया आरोप
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में रविवार को हुई हिंसा पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बयान जारी किया है. सोनिया गांधी ने कहा है कि आज देश में युवाओं और छात्रों की आवाज को दबाया और उनका मज़ाक बनाया जा रहा है. मोदी सरकार के संरक्षण में देश के युवाओं की आवाज को दबाकर गुंडों द्वारा हिंसा को बढ़ावा दिया जा रहा है.
अखिलेश ने भाजपा को घेरा
अखिलेश यादव ने JNU हिंसा के लिये भाजपा को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि भाजपा समाज का ध्रुवीकरण करने और असंतोष फैलाने के लिए हिंसा और नफरत का इस्तेमाल कर रही है. एबीवीपी भाजपा के उग्र सैनिकों की तरह काम कर रही है.
पुलिस को उग्र प्रदर्शनकारियों पर शक
दिल्ली पुलिस को इस हमले में उन आंदोलनकारियों पर शक है जो छात्रों को अगले सेमेस्टर के लिये रजिस्ट्रेशन करने से रोक रहे थे और उन पर हमले की योजना बना रहे थे. JNU में हिंसा फैलाने की तैयारी काफी समय से चल रही थी. इसकी पृष्ठभूमि पहले से लिखी जा चुकी थी. लेकिन इसके संकेत 24 नवंबर से यानी लगभग 1.5 महीने पहले से ही दिखने लगे थे. जब वामपंथी प्रभाव वाली जेएनयू छात्र यूनियन(JNUSU) ने सेमेस्टर परीक्षाओं के बॉयकॉट का ऐलान किया था.