क्यों हटाए गए सीपी जोशी और सम्राट चौधरी, राजस्थान और बिहार में BJP के प्रदेश अध्यक्ष बदलने के क्या मायने?

Rajasthan and Bihar BJP President: राजस्थान और बिहार में भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष बदल दिए हैं. राजस्थान में मदन राठौड़ और बिहार में दिलीप जायसवाल को कमान सौंपी गई है. जातीय समीकरण साधने के लिए पार्टी ने ये फैसला लिया है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 26, 2024, 10:57 AM IST
  • बिहार में दिलीप जायसवाल को जिम्मेदारी
  • राजस्थान में मदन राठौड़ को कमान सौंपी
क्यों हटाए गए सीपी जोशी और सम्राट चौधरी, राजस्थान और बिहार में BJP के प्रदेश अध्यक्ष बदलने के क्या मायने?

नई दिल्ली: Rajasthan and Bihar BJP President: भारतीय जनता पार्टी ने दो प्रदेशों, बिहार और राजस्थान में अपने अध्यक्ष बदल दिए. दोनों ही राज्यों में लंबे समय से बदलाव की सुबगुबाहट तेज थी. राजस्थान से लोकसभा के सांसद सीपी जोशी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. बीती शाम ही उन्होंने इस्तीफे की पेशकश कर दी थी. वहीं, बिहार सरकार में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को भी प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया है.

किन्हें बनाया नया प्रदेश अध्यक्ष?
बिहार: सम्राट चौधरी की जगह दिलीप जायसवाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. 
राजस्थान: सीपी जोशी की जगह मदन राठौड़ को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है.

बिहार में क्यों बदले गए प्रदेश अध्यक्ष?
सम्राट चौधरी मार्च 2023 में बिहार भाजपा के मुखिया बने थे. लेकिन एक साल और 4 महीने बाद ही उन्हें इस पद से हटा दिया गया. बिहार में भाजपा ने JDU से गठबंधन कर फिर से सरकार बनाई तो इसमें सम्राट चौधरी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया. पार्टी की नीति है कि जिस नेता को सरकार में जगह मिली है, वह संगठन का हिस्सा नहीं होगा. इसके अलावा, सम्राट चौधरी का लोकसभा चुनाव में परफॉर्मेंस अच्छा नहीं रहा. वे कुशवाह जाति से आते हैं. लेकिन चुनाव में इस जाति का वोट भाजपा के पास न जाकर राजद के पास गया. इस बार भाजपा बिहार में 17 से 12 सीटें ही जीत पाई. जबकि 2019 में पार्टी ने 22 सीटें जीती थीं. दिलीप जायसवाल वैश्य वोटबैंक को मजबूत करने के लिए लाए गए हैं. वे अमित शाह के करीबी हैं.

राजस्थान में क्यों बदले गए प्रदेश अध्यक्ष?
सीपी जोशी को भी मार्च 2023 में ही राजस्थान भाजपा इकाई की कमान सौंपी गई थी. नवंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में जोशी का परफॉर्मेंस अच्छा रहा. कांग्रेस को सत्ता से हटाकर भाजपा ने प्रदेश में सरकार बनाई. भजनलाल शर्मा को CM बनाया. ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री, दोनों प्रमुख पदों पर ब्राह्मण चेहरे बैठ गए. इसलिए जातीय समीकरण को साधने के लिए भाजपा ने यहां पर प्रदेश अध्यक्ष बदला. इसके अलावा, लोकसभा चुनाव में भी जोशी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा. बीते लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राजस्थान में 25 में से 25 सीटें जीती. लेकिन इस बार 14 सीटों पर ही जीत पाए. अब भाजपा ने मदन राठौड़ को प्रदेश की कमान सौंपी है. ये OBC समाज से आते हैं. राठौड़ मूल OBC की जाति घांची समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाते हैं. जल्द ही प्रदेश की 5 सीटों पर उपचुनाव होने हैं.

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