''भारत के पास है ट्रम्प जैसा शक्तिशाली साथी''

भारत और चीन के बीच लद्दाख सीमा पर सैन्य गतिरोध के दौरान लगातार बिगड़ती तनावपूर्ण स्थिति पर दुनिया भर के मीडिया संस्थानों ने चिंता जताई है. कुछ ने तो ये भी कहा है कि भारत मजबूत स्थिति में है क्योंकि उसके पास ट्रम्प जैसा शक्तिशाली सहायक है..  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 18, 2020, 01:58 AM IST
    • ''भारत के पास है ट्रम्प जैसा शक्तिशाली साथी''- अल जज़ीरा
    • ''भारत के राम ने चीन के ड्रैगन को मारा'' - ताइवानी मीडिया सबसे ज्यादा चर्चित रहा
    • ''ये एक मुश्किल दौर है'' - सीएनएन
''भारत के पास है ट्रम्प जैसा शक्तिशाली साथी''

नई दिल्ली.  भारत का सीमा पर चीन के साथ लगातार बढ़ता तनाव दुनिया के लिए भी चिंता का विषय बना हुआ है. दुनिया के देशों में इस बात को लेकर अत्यधिक चिंता है कि यह युद्ध कहीं विश्वयुद्ध में न बदल जाए. विश्व के प्रमुख मीडिया मंचों पर इस स्थिति को लेकर अलग अलग प्रतिक्रियाएं देखी जा रही  हैं.

 

'भारत के श्री राम ने चीन के ड्रैगन को मारा' 

आज 17 जून को देश भर में ताइवान के मीडिया द्वारा प्रस्तुत किये चित्र का स्वागत और सम्मान होता रहा. ताइवान ने अपने मीडिया मंच पर जो चित्र प्रस्तुत किया है वह विशेष है क्योंकि इस चित्र में भगवान राम के द्वारा चीनी ड्रैगन के वध का चित्र दर्शनीय है. इस चित्र में में ''भारत के श्री राम ने चीन के ड्रैगन को मारा' लिखा गया है और आज ये दिन भर सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बना रहा.  ताइवान के एक प्रमुख अखबार ताइवान टाइम्स ने सोशल मीडिया पर चर्चित हो रही इस तस्वीर को फोटो ऑफ द डे कह कर सम्मानित किया है. ये बात कहीं नहीं कही गई पर भारत और ताइवान में बराबर से महसूस की गई कि इस पिक ऑफ दि डे ने आज दिन भर चीन की जान जलाई होगी.

''भारत लेगा अमेरिकी मदद''

खाड़ी देशों के प्रमुख मीडिया मंच अलजजीरा ने हिंदी चीनी विवाद पर अपना अलग ही शीर्षक चस्पा किया है जिस पर लिखा है कि - 'अमेरिकी समर्थन चाहेगा भारत'. अल जजीरा ने हालात को खतरनाक दिशा में बढ़ता हुआ बताया है. उसने अनुमान लगाया है कि भारत अमेरिका से सहायता मांगेगा. उसने कहा कि भारत के पास ट्रम्प के रूप में मददगार साथी मौजूद है.

''ये एक मुश्किल दौर है''

अमेरिकी मीडिया मंच सीएनएन ने कहा कि भारत में मारे गए बीस सैनिकों को लेकर बहुत गुस्सा देखा जा रहा है. कुछ लोग चीन पर हमला करके बदले की मांग कर रहे हैं. पीएम मोदी पर दबाव बढ़ रहा है यद्यपि दोनों देश चाहते हैं कि शान्ति बहाल हो. कुल मिला कर यह एक मुश्किल दौर कहा जाएगा. 

विभिन्न प्रतिष्ठित अखबारों का आकलन

ब्रिटिश अखबार द गार्डियन ने कहा है कि दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने की आशंका है वहीं अमेरिका के वॉशिंगटन पोस्ट का कहना  है कि चीन से कई देश चिंतित. तो वहीं अमेरिका के ही न्यूयॉर्क पोस्ट कहता है कि जंग की आशंका नहीं है. वॉशिंगटन एग्जामिनर का विश्लेषण वास्तविकता के काफी करीब है. इस अखबार ने लिखा है कि चीन ने भारत को उकसाया है.

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