नई दिल्ली. चीन और पाकिस्तान जैसे शत्रु राष्ट्रों के लिए यह अशुभ समाचार है. भारत वैश्विक रूप से न केवल दिनों-दिन मजबूत होता जा रहा है बल्कि साथ ही उसकी मजबूती इन दोनों शत्रु राष्ट्रों को उत्तरोत्तर कमजोर भी करती जा रही है. इज़राइल और अमेरिका की सशक्त मैत्री भारत के साथ जुड़ गई है और पीएम मोदी के व्यक्तित्व के प्रशंसक इन दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्ष भारत के साथ जुड़ कर गर्व का अनुभव कर रहे हैं.
5G पर चल रहा है काम
भारत, इजराइल और अमेरिका ने भविष्य को ध्यान में रख कर विकास-केंद्रित क्षेत्रों में आपसी सहयोग प्रारम्भ कर दिया है. तीनो देश आने वाली पीढ़ियों के लिए तकनीकी विकास के नए अध्याय का सृजन करना चाहते हैं. एक अमेरिकी उच्चाधिकारी द्वारा दिए गए बयान के अनुसार तीनों देश पारदर्शिता और विश्वसनीयता सहित सुरक्षित 5G संचार नेटवर्क पर पारस्परिक सहयोग कर रहे हैं.
तीन वर्ष पहले बनी थी सहमति
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि तीन वर्ष पूर्व 2017 में पीएम मोदी की इज़राइल यात्रा के दौरान इस दिशा में सहयोग को लेकर तीनों देशों की सहमति बनी थी. प्रधानमंत्री की इस इज़राइल यात्रा के दौरान ही लोगों-से-लोगों के संपर्क को लेकर भी दोनों देशों ने रूचि दिखाई थी. इसी वर्ष इन विकास-केन्द्रित तथा तकनीक के क्षेत्रों में त्रिपक्षीय पहल का भी श्री गणेश हुआ था.
सामरिक सहयोग भी है लक्ष्य
भारत, अमेरिका और इज़राइल के इस त्रिपक्षीय सहयोग के शुरूआती लक्ष्य विकास और प्रौद्योगिकी है किन्तु भावी लक्ष्यों की रूपरेखा भी त्रिराष्ट्र-स्तरीय हितों को ध्यान में रख कर तैयार की जा रही है जिन पर आने वाले दिनों में अहम पहलकदमी नज़र आ सकती है.
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