मुंबई में रेलवे की दोनों RTI में जानकारी अलग-अलग मिली

मुंबई की उपनगरीय लोकल ट्रेने मुंबई की लाइफ लाइन है. इन ट्रेनों में रोजाना 50 लाख से ज्यादा यात्री यात्रा करते हैं. मुंबई में ट्रेनों में बहुत भीड़ होती है, इसलिए यात्री अपनी जान जोखिम में डालकर रेलवे के दरवाजे से बाहर खड़े होकर सफर करते हैं जिससे औसतन 5 से ज्यादा यात्री पटरियों पर गिरकर मरते हैं. मौतो की वजह एक ही है कि जितनी संख्या में लोग यात्रा करते है उतनी संख्या में ट्रेने आज भी नहीं चल रही है.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 30, 2020, 04:54 PM IST
    • 2013 में 3506 लोगों की मौत 3318 लोग घायल हुए थे
    • 2664 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. और 3158 यात्री घायल
मुंबई में रेलवे की दोनों RTI में जानकारी अलग-अलग मिली

मुंबई: RTI  कार्यकर्ता शकील अहमद शेख ने मुंबई रेलवे पुलिस से जनवरी 2019 से दिंसबर 2019 तक मुंबई की लोकल ट्रेनों में लोगों की मौत और घायलों की जानकारी निकाली. पुलिस की तरफ से ये जानाकारी सूचना अधिकारी जी.सी. हिरेमठ ने जानकारी दी, जिसपर सवाल खड़े हो गए हैं.

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क्या जानकारी मिली पहली रिपोर्ट से

जानकारी के अनुसार, मुंबई उपनगरीय रेलवे ट्रैक पर रेल की पटरी पार करते समय या पटरी पार करते समय 2123 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 1758 यात्री घायल हुए हैं. मध्य रेलवे मार्ग में कुल 1384 यात्रियों की मौत हुई और 1047 लोग घायल हुए. इसी तरह पश्चिम रेलवे के रास्ते में 739 यात्रियों की मौत हो गई और 711 यात्री घायल हुए है.

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दूसरी रिपोर्ट से मिली जानकारी

लेकिन इसी मामले में एक और आरटीआई कार्यकर्ता समीर जवेरी को सुचना अधिकार अधिनियम के अंतर्गत कुछ और ही जानकारी दी गई है. समीर जवेरी को दी गई जानकारी मुंबई उपनगरीय रेलवे ट्रैक पर रेल की पटरी पार करते समय या पटरी पार करते समय 2664 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. और 3158 यात्री घायल हुए हैं. मध्य रेलवे मार्ग में कुल 1393 यात्रियों की मौत हुई और 1836 लोग घायल हुए. इसी तरह पश्चिम रेलवे के रास्ते में 928 यात्रियों की मौत हो गई और 1322 यात्री घायल हुए है. फिलहाल दोनों आरटीआई के आकड़े अलग-अलग आने के बाद आरटीआई की की विश्वसनियता पर सवाल खड़े होने लगे हैं.

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