नई दिल्लीः नमस्कार!, कोविड-19 अनलॉक की प्रक्रिया अब पूरे देश में शुरू हो चुकी है.. किसी को फोन करने पर सुनाई देने वाली इस कॉलर ट्यून से लोग इतने आजिज आ चुके हैं, कि अब खुद ही इससे निजात पाने का रास्ता तलाशने लगे हैं. कोरोना संक्रमण की शुरुआत के साथ ही लोगों को जागरूक करने के लिए सरकार की ओर से कोरोना कॉलर ट्यून शुरू की गई थी.
अनलॉक के साथ बदली गई ट्यून
शुरुआत में किसी को कॉल करते ही खांसने-छींकने की आवाज आती थी और फिर कोरोना (corona) से बचाव के तरीके सुझाए जाते थे. वक्त के साथ सरकार ने अनलॉक (Unlock) की प्रक्रिया शुरू की और इस कॉलर ट्यून में भी थोड़ बदलाव किया.
शुरुआत में कुछ सोशल साइट्स ने दावा किया था कि कुछ तरीकों के जरिए उपभोक्ता इस कॉलरट्यून से निजात पा सकते हैं, लेकिन ऐसे सभी दावे फुस्स साबित हुए. गूगल सर्च ट्रेंड 2020 (Google Search Trend) की अगस्त रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग इस कॉलर ट्यून को हटाने के लिए सबसे अधिक सर्च कर रहे हैं.
लोग गूगल पर खोज रहे ट्यून बंद करने के तरीके
लेकिन लोगों को इस कॉलर ट्यून (Coronavirus Caller Tune) से छुटकारा पाने की इतनी चाहत है कि वह गूगल सर्च करके ऐसा कोई भी तरीका जानने को उत्सुक हैं कि जिसके जरिए इससे मुक्ति मिल सके. गूगल की रिपोर्ट में अगस्त 2020 में सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले टॉप 5 सवालों में कोरोना की कॉलर ट्यून हटाने को सबसे अधिक सवाल पूछे गए.
इसमें भी जिओ नेटवर्क पर कोरोना की कॉलर ट्यून हटाने को लेकर सवाल सबसे अधिक पूछा गया है. हालांकि लोगों को इस सर्च के बाद भी कोई वाजिब जवाब नहीं मिल सका है.
कांग्रेस विधायक ने लिखा था पत्र
इसके पहले पिछले दिनों खबर आई थी कि कांग्रेस विधायक ने भी कॉलर ट्यून (Coronavirus Caller Tune) को समस्या बताते हुए इसे लेकर पीएम मोदी को पत्र लिखा था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से राजस्थान में पूर्व मंत्री और कोटा जिले में सांगोद से कांग्रेस विधायक भरत सिंह (Bharat Singh) ने मोबाइल फोन पर सुनाई जा रही कोरोना ट्यून (Coronavirus Caller Tune) से छुटकारा दिलाने का आग्रह किया है.
बच्चा-बच्चा है बचाव से वाकिफः भरत सिंह
सिंह ने मोदी को भेजे एक पत्र में अनुरोध किया था कि वैश्विक महामारी कोरोना के बारे में मीडिया, सरकारी संचार माध्यमों और हर कॉल के साथ सुनाई जा रही कोरोना बचाव की इस ट्यून (Coronavirus Caller Tune) की वजह से अब तक देश का बच्चा-बच्चा कोरोना से बचाव उपायों से वाकिफ हो गया है.
इसलिए अब इसे बंद कर देना चाहिए, क्योंकि अब इस ट्यून को सुन-सुनकर लोगों के कान पक चुके हैं.
सूचना प्रसारण मंत्री को भी लिखा था पत्र
उन्होंने कहा कि कई बार तो किसी से जितने समय बात करनी होती है, उससे कहीं अधिक लंबे समय तक यह ट्यून (Coronavirus Caller Tune) सुनने को मजबूर होना पड़ता है. उन्होंने कहा कि करीब डेढ़ माह पहले उन्होंने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री को भी इस संबंध में पत्र लिखा था, लेकिन अब तक यह कोरोना कॉलर ट्यून बंद नहीं की गई है.
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