छोटी बालिका ने तोड़ा था 'क्रिकेट के भगवान' का रिकॉर्ड, अब करना चाहती हैं कुछ ऐसा

सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी शेफाली वर्मा एक ऐसा रिकॉर्ड बनाना चाहती है जो कोई न तोड़ पाए. कभी भाई के बीमार होने पर उसकी जगह लड़को की टीशर्ट पहनकर खेलने वाली शेफाली ने फिर कभी पीछे मुड़कर नही देखा.   

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 15, 2020, 08:17 PM IST
    • सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ने वाली शेफाली बनाना चाहती है ऐसा रिकॉर्ड जो कोई न तोड़ सके.
    • वर्ल्ड कप में चयन होने वाली सबसे छोटी उम्र की खिलाड़ी है रोहतक की शेफाली वर्मा.
    • बीमार होने पर भाई की जगह टीशर्ट पहनकर खेलने वाली शेफाली वर्मा ने ली फिर पीछे मुड़कर नही देखा.
    • शेफाली ने आज भी फ़टे ग्लब्ज ओर बैट रखे सँभालकर,ताकि याद रहे मुश्किल वक्त.
    • ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 वर्ल्ड कप में खेलेगी शेफाली वर्मा.
छोटी बालिका ने तोड़ा था 'क्रिकेट के भगवान' का रिकॉर्ड, अब करना चाहती हैं कुछ ऐसा

रोहतक: अपने जिंदगी के सबसे मुश्किलों दिनों में भी हार न मानने वाली शेफाली वर्मा का भारतीय टीम में सेलेक्शन हो गया है. वह इन दिनों बेहद खुश है. 

संभाल रखी हैं गरीबी के दिनों की यादें
शेफाली ने अपनी छोटी सी जिंदगी में बेहद बुरा वक्त देखा है.  इसलिए वह अपने पुराने दस्तानों को आज भी संभाल कर रखे हुए हैं. वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड कप में भारत की सबसे छोटी उम्र की विस्फोटक बल्लेबाज हैं. वह आज भी अपने पुराने फ़टे ग्लब्ज ओर बैट संभाल कर रखे हुए है. 

शेफाली का मानना है कि इंसान को अपना बुरा वक्त कभी नहीं भूलना चाहिए है. उनका कहना है कि मैंने उन्हीं ग्लब्ज ओर बैट से शुरुआत की थी इसलिए मैंने इन्हें संभाल कर रखा है. 

छोटी उम्र में किया बड़ा कारनामा
शेफाली वर्मा भारत की सबसे छोटी उम्र दर्ज क्रिकेट खिलाड़ी है. वो फिलहाल  मात्र 15 साल की हैं. कभी क्रिकेट का भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को देखकर प्रेरणा लेने वाली शेफाली चाहती हैं कि वो क्रिकेट में ऐसा रिकॉर्ड बनाने जो कोई भी तोड़ न सके. 

भाई की जगह खेलने आई थीं शेफाली
शेफाली वर्मा ने बताया कि उन्होंने 9 साल की उम्र में खेलना शुरू किया था. शुरुआत में वो नही बल्कि उसका भाई क्रिकेट खेलता था. एक दिन भाई के बीमार होने पर उसकी जगह शेफाली को लड़को की टीशर्ट पहनकर खिलाया गया.  उस वक्त किसी ने उन्हें नही पहचाना था कि ये लड़का है या लड़की. 

उस दिन के बाद शेफाली ने पीछे मुड़कर नही देखा. शेफाली का कहना है कि लड़कों के साथ खेनने से उन्हें काफी मदद मिली. 

शेफाली वर्मा का अगले महीने ऑस्ट्रेलिया में होने वाले वर्ल्ड कप में सेलेक्शन हुआ है, वो सबसे कम उम्र की खिलाड़ी हैं. 

राज तकिया की रिपोर्ट

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