नई दिल्ली: बॉर्डर पर पाकिस्तान ने भारत से कई बार मुंहकी खाई फिर भी अपनी करतूत से बाज नहीं आता है. भारत की सीमा में घुसपैठियों को घुसाने में लगा रहता है. अब एक नए किस्म के घुसपैठिए भारत के लोगों को तबाह कर रहे हैं. सीमा पार से आए हजारों जिहादियों ने किस तरह से भारत में कोहराम मचा रखा है.


हजारों-लाखों टिड्डों का आतंक


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दरअसल, पाकिस्तान से आए हजारों-लाखों टिड्डों ने गुजरात और राजस्थान में आतंक मचा रखा है. राजस्थान के बाड़मेर की आसमान में सिर्फ टिड्डे ही टिड्डे दिख रहे हैं. इन टिड्डों ने खेत में खड़ी फसलों को बर्बाद कर दिया. किसान अपनी फसल को बचाने के लिए कई जतन कर रहे हैं.


मादा टिड्डी एक बार में 1100 से 1200 अंडे देती है. ये लगभग साल भर तक वैसे ही रहते हैं. लेकिन अंडों से बच्चा निकलने के बाद 16 दिन में उड़ने की क्षमता हासिल कर लेता है. टिड्डियां सुबह 9 बजे से लेकर शाम तक आसमान में उड़ती रहती हैं और रात होते ही वो हरियाली को शिकार बनाते हैं. टिड्डिया अपने अंडे जमीन में 6 इंच अंदर रखती हैं. इस वजह से जमीन के अंदर भी दवाओं का छिड़काव करना होगा.


किसानों की फसल हो रही बर्बाद


एक महीने पहले तक टिड्डों ने पाकिस्तान के कई इलाकों में आतंक मचा रखा था. लेकिन अब टिड्डे पाकिस्तान की सीमा से लगे गुजरात और राजस्थान में किसानों की फसल बर्बाद कर रहे हैं. जब पाकिस्तान के कराची में इन टिड्डियों ने आतंक मचाया था, तो पाकिस्तान के मंत्री ने पाकिस्तान की फितरत के मुताबिक ही बेहद शर्मनाक बयान दिया था और लोगों को टिड्डी बिरयानी खाने की सलाह दी थी.


सिंध के कृषि मंत्री इस्माइल राहु ने उस वक्त कहा था कि 'बार्बेक्यू कर सकते हैं इनका, इसकी बिरयानी बना सकते हैं, इसकी कड़ाही भी बना सकते हैं, इसकी बड़ी डिलिसस डिशेज बन सकती हैं.'


बर्तन बजाकर जारी है भगाने की कोशिश


अब इन टिड्डियों ने राजस्थान के जालौर में भी तांडव मचा रखा है. यहां पर खेतों में फसल को बचाने के लिए किसान बर्तन बजाते हुए खेतों की दौड़ लगाने को मजबूर हैं. कहीं पर टिड्डियों को भगाने के लिए गाड़ियों के चक्कर लगाए जा रहे हैं.


गुजरात के बनासकांठा में तो पूरा परिवार आग जलाकर और बर्तन बजाकर टिड्डियों को भगाने के काम में लगा हुआ है. बनासकांठा में ही टिड्डियों को भगाने के लिए डीजे तक इस्तेमाल किया जा रहा है. ताकि तेज आवाज के कारण टिड्डियां भाग जाएं.


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गुजरात के मेहसाणा जिले के कई गांवों में भी टिड्डों का आतंक है. यहां भी बच्चे टिड्डों को भगाने के लिए बर्तन बजाते हुए खेतों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं. गुजरात के राजकोट में टिड्डियों के आतंक के कारण बर्बाद हुई फसल के बाद अब किसान प्रशासन को जगाने के लिए थालियां बजाकर प्रदर्शन कर रहे हैं. अब पाकिस्तान से आए ये जिहादी लोगों की जिंदगी तबाह कर रहे हैं.


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