प्रेग्नेंसी रोकने के लिए 13.9 करोड़ महिलाएं कर रही हैं इन आधुनिक तरीकों का इस्तेमाल

ग्लोबल स्तर पर महिलाओं और लड़कियों के प्रेग्नेंसी (Pregnancy) के अधिकारों का समर्थन करने वाला समूह ‘एफपी2020' ने मंगलवार को एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में यह सामने आया है कि भारत में 13.9  करोड़ से अधिक महिलाएं प्रेग्नेंसी से बचाव के लिए आधुनिक तरीकों का इस्तेमाल करती हैं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 27, 2021, 03:37 PM IST
  • 13.9 करोड़ महिलाएं गर्भनिरोधक के आधुनिक तरीकों का करती हैं इस्तेमाल
  • ग्लोबल स्तर का समूह ‘एफपी2020' की रिपोर्ट में हुआ है जिक्र
प्रेग्नेंसी रोकने के लिए 13.9 करोड़ महिलाएं कर रही हैं इन आधुनिक तरीकों का इस्तेमाल

नई दिल्ली: मंगलवार को  ‘एफपी2020’ ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसके अनुसार भारतीय महिलाओं (Indian Womens) से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. इस नई रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में करीब 13.9  करोड़ से अधिक महिलाएं और लड़कियां पहले के मुकाबले प्रेग्नेंसी (Pregnancy) से बचाव के लिए आधुनिक तरीकों का इस्तेमाल करती हैं.

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बता दें कि महिलाओं और लड़कियों के प्रेग्नेंसी (Pregnancy) के अधिकारों का समर्थन करने वाले ग्लोबल स्तर का समूह ‘एफपी2020' की रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले 8 सालों में Family Planning को लेकर आधुनिक तरीकों का इस्तेमाल किया गया है. इसके अलावा रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि दुनियाभर के कम आय वाले 13 देशों में गर्भनिरोधक (Contraceptive) के आधुनिक तरीकों का उपयोग किया जा रहा है. 2012 के बाद से इन देशों में आधुनिक तरीकों का इस्तेमाल दोगुना हो चुका है.

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पिछले साल 12.1 करोड़ से अधिक अनवांटेड प्रेग्नेंसी, 2.1 करोड़ अनसेफ अबॉर्शन और 1,25,000 प्रेग्नेंट महिलाओं (Pregent Ladies) की मौत को रोका गया. वहीं  पिछले एक वर्ष में देश में 5.45 करोड़ से अधिक अनवांटेड प्रेगनेंसी, 18 लाख से ज्यादा  अनसेफ अबॉर्शन और 23,000 गर्भवती महिलाओं की मृत्यु होने से रोका गया.

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जानें प्रेग्नेंसी से बचाव के आधुनिक तरीकें

स्पर्मीसाइड टैबलेट

सेक्स एक्सपर्ट्स (Sex Experts) की मानें तो अगर सेक्स (Sex) के दौरान कंडोम (Condom) का यूज नहीं करना है तो आपका पार्टनर स्पर्मीसाइड टैबलेट को वजाइना में इंसर्ट कर सकता है. यह यौन संबंध (Sexual Relations) के लिए बेहतर प्रटेक्शन के तौर पर देखा जाता है.

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वजाइनल रिंग

नेशनल हेल्थ सर्विस (National Health Service) के अनुसार प्रेगनेंसी (Pregnancy)  से बचाव के लिए वजाइनल रिंग का भी लोग काफी इस्तेमाल करते हैं. यह एक बेहद मुलायम और प्लास्टिक की बनी रिंग होती है जिसे महिलाओं के द्वारा यूज में लाया जाता है. इसे वजाइना में इंसर्ट किया जाता है. यह प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए लगातार बॉडी में प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन जैसे हॉर्मोन (Harmones) को रिलीज करता रहता है.

​इंट्रायूटराइन डिवाइस (IUD)

यह एक डिवाइस होता है जो T आकार का होता है. यह प्लास्टिक और तांबे का बना होता है जिस लंबे समय के लिए महिलाओं के यूटरस में इंसर्ट किया जाता है.

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स्पंज

कुछ महिलाएं कॉन्ट्रैसेप्टिव स्पंज का भी यूज प्रेगनेंसी से बचाव के लिए करती हैं. यह एक फोम जैसा होता है जिसमें स्पर्मीसाइड होता है. सेक्स के समय महिलाएं इसे अपने वजाइना में रखती हैं ताकि स्पर्म को यूटरस में जाने से रोका जा सके.

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​इंट्रायूटराइन सिस्टम (IUS)

​इंट्रायूटराइन सिस्टम एक छोटा-सा T आकार का डिवाइस होता है जिसे डॉक्टर या नर्स महिलाओं के यूटरस में लगाती हैं. यह डिवाइस प्रोजेस्टेरोन नाम का एक हॉर्मोन रिलीज करता है जो प्रेग्नेंसी को रोकने में मददगार साबित होता है.

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