इन 5 पोषक तत्वों की कमी से सबसे ज्यादा जूझते हैं भारतीय, मौत का भी बनती हैं कारण!

Nutrient Defeciency: दुनियाभर में 20 प्रतिशत मौतें पोषक की कमी से होने वाली बीमारियों के कारण होती हैं. भारतीयों में सबसे ज्यादा इन 5 पोषक तत्वों की कमी देखी जाती है. 

 

नई दिल्ली: Nutrient Defeciency: स्वस्थ जीवन जीने के लिए स्वस्थ खान-पान बेहद जरूरी है. अपनी डाइट में हमेशा सभी पोषक तत्वों को बैलेंस करके खाना चाहिए. बता दें कि दुनियाभर में 20 प्रतिशत मौतें पोषक की कमी से होने वाली बीमारियों के कारण होती हैं. भारतीयों में सबसे ज्यादा इन 5 पोषक तत्वों की कमी देखी जाती है. 

 

1 /6

आयरन: ज्यादातर भारतीय महिलाओं में आयरन की कमी देखी जाती है. आयरन की कमी से कई लोग एनीमिया के शिकार भी हो जाते हैं. शरीर में आयरन की कमी को पूरा करने के लिए नियमित अपनी डाइट में किसमिश, दालें, हरी सब्जियां और रागी का सेवन करें.   

2 /6

जिंक: एक रिसर्च के मुताबिक भारतीय लोगों में जिंक की कमी के मामले काफी ज्यादा मात्रा में बढ़ रहे हैं. इस पोषक तत्व की शरीर की कमी इम्यूनिटी को बेहद कमजोर कर देती है, जिससे आप किसी भी बीमारी के जल्दी शिकार बन सकते हैं. जिंक की कमी को पूरा करने के लिए नियमित अखरोट, बादाम और पिस्ता जैसे ड्राई फ्रूट खाएं.    

3 /6

फोलेट: भारतीयों में फोलेट की कमी भी काफी ज्यादा देखी जाती है. इसके लिए अपनी डाइट में नियमित हरी पत्तेदार सब्जियों और फलियों को शामिल करें. गर्भावस्था में फोलट बेहद जरूरी होता है. इसलिए इसकी कमी होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं. 

4 /6

विटामिन D: शरीर की हड्डियों को मजबूती देने, स्किन को हेल्दी रखने और इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए इस विटामिन की बेहद जरूरत होती है. भारतीयों में विटामिन D की काफी कमी देखी जाती है. इसके लिए प्रॉपर सनलाइट लें. सिर्फ सुबह की धूप से ही आपको विटामिन D मिल सकता है.

5 /6

विटामिन B12: भारतीयों में विटामिन B12 की भी काफी कमी देखी जाती है. यह मेंटल हेल्थ, ब्लड फ्लो और नसों के लिए काफी समस्याएं खड़ी करता है. वैसे तो वेजिटेरियन फूड में विटामिन B12 के विकल्प कम हैं, लेकिन आप कुछ सब्जियों, बाजरा और अनाज से इसकी कमी पूरी कर सकते हैं. 

6 /6

Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.