एक मध्यवर्गीय परिवार का लड़का नहीं आंखों में सपने बड़े, सुशांत सिंह राजपूत के लिए यह लाइफ बिल्कुल सही है. सुशांत के पिता पटना में कार्यरत थे लेकिन नौकरी के बाद पूरा परिवार दिल्ली आकर बस गया. दिल्ली में इंजीनियरिंग के दौरान आंखों में डांसर और एक्टर बनने का सपना लिए मुंबई पहुंच गए और सपना पूरा भी हो गया. लेकिन किस्मत को कुछ ओर ही मंजूर था सबकुछ पाने के बाद भी सुशांत ने सुसाइड कर लिया और पूरी फिल्म इंडस्ट्री ने एक अनमोल स्टार खो दिया.
बिहार के पटना में सुशांत सिंह राजपूत का जन्म 21 जनवरी, 1986 को हुआ. सुशांत के पिता सरकारी विभाग में कार्यरत थे. साल 2000 में ही उनका परिवार पटना से दिल्ली शिफ्ट हो गया था.
सुशांत सिंह राजपूत पढ़ाई के मामले में काफी अव्वल विद्यार्थी थे. इंजीनियरिंग किया और कई परिक्षाओं में पास होने के बावजूद उन्होंने फिल्मी जगत को अपना लक्ष्य चुना. मुंबई जाकर उन्होंने बड़े एक्टर बनने का ख्वाब ना सिर्फ देखा बल्कि उसे पूरा भी किया.
शायद ही आपको ये पता हो कि मशहूर कोरियोग्राफर श्यामक डावर के छात्र के रूप में सुशांत सिंह राजपूत ने काफी कुछ सीखा. साल 2006 के कॉमनवेल्थ गेम्स में सुशांत ने परफॉर्म किया और इसी के बाद उन्होंने 51वें फिल्मफेयर अवार्डस में भी बैकग्राउंड डासंर के तौर पर काम किया.
अवॉर्ड शो के दौरान ही बालाजी प्रोडक्शन का ध्यान सुशांत पर गया और उन्हें किस देश में है मेरा दिल से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की.
लेकिन जीटीवी के सीरियल पवित्र रिश्ता में निभाए गए मानव के करिदार ने सुशांत को एक नाम दिया. शो के दौरान ही सुशांत ने कई डांस शो में भी हिस्सा लिया.
आखिरकार उन्हें पहली फिल्म काइ पो चे मिली जो 2013 ंमें रिलीज हुई. फिल्म से सुशांत ने सिनेमाप्रेमियों का दिल जीत लिया.
फिल्म m.s. dhoni ने उन लोगों के मुंह बंद करवा दिए जो सुशांत के साथ फिल्म करने से इसलिए मना करते थे क्योंकि वह एक मध्यवर्गीय परिवार से थे और उनकी कोई बड़ी पहचान नहीं थी. फिल्म के लिए सुशांत को कई अवॉर्डस भी दिए गए.
सुशांत सिंह की केदारनाथ, छिछोड़े, पीके, m.s. dhoni कुछ सुपरहिट फिल्में हैं.