भारत के 5 महान टीचर्स, जिनसे आज भी सीख लेती है पूरी दुनिया!

Teachers Day 2024: भारत में कई महान शिक्षक हुए हैं, जिन्होंने देश के भविष्य को संवारने में अहम योगदान दिया है. चलिए जानते हैं भारत के कुछ महान शिक्षकों के बारे में जिन्हें आज भी याद किया जाता है. 

 

नई दिल्ली: Teachers Day 2024: भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है. इंसान के जीवन में शिक्षक का काफी महत्व होता है. वहीं किसी देश के भविष्य को संवारने में भी शिक्षकों का सबसे बड़ा योगदान माना जाता है. चलिए जानते हैं भारत के उन 5 महान शिक्षकों के बारे में जिनका योगदान भारत के भविष्य को संवारने में सबसे अहम रहा है. 

 

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डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम: भारत के मिसाइल मैन डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम एक महान शिक्षक होने के साथ ही सच्चे नेता भी थे. अब्दुल कलाम को साल 1990 में पद्म विभूषण और साल 1997 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. उन्होंने वैज्ञानिक के तौर पर भारत को कई सेवाएं दी हैं. 

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मुंशी प्रेमचंद: मुंशी प्रेमचंद भारत के महान लेखकों में से एक हैं. उन्होंने 300 से ज्यादा लघु कथाएं और 10 से ज्यादा उपन्याास लिखे हैं. प्रेमचंद का वास्तविक नाम धनपत राय श्रीवास्तव था, लेकिन वह अपने कलम नाम प्रेमचंद से मशहूर थे. हिंदी साहित्य में मुंशी प्रेमचंद का नाम हमेशा अमर रहेगा.   

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सावित्रीबाई फुले: महिलाओं की शिक्षा में सावित्रीबाई फुले का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता है. वह भारत के प्रथम महिला विद्यालय की पहली महिला शिक्षिका थीं. महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने और महिलाओं की शिक्षा को लेकर उन्होंने अथक प्रयास किए. 

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डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन: टीचर्स डे भारत के पहले उपराष्ट्रपति और  दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के दिन ही मनाया जाता है. उन्होंने 'इंडियन फिलॉसफी', 'द हिंदू व्यू ऑफ लाइफ' और  'भगवद गीता' नाम की किताबें भी लिखीं थीं. उनके छात्र उन्हें बेहद प्यार और सम्मान देते थे. 

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विनोबा भावे: आचार्य विनोबा भावे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और सामाजिक कार्यकर्ता थे. उन्हें भारत का राष्ट्रीय शिक्षक माना जाता है. उन्हें आचार्य की उपाधि से भी सम्मानित किया गया है. बता दें कि साल 1958 में उन्हें रमन मैग्सेसे पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था.