नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) सुप्रीमो शरद पवार का बीजेपी के कमल ऑपरेशन पर बहुत बड़ा बयान आया है.  शरद पवार ने शिवसेना सांसद और सामना को दिए इंटरव्यू में कहा कि महाराष्ट्र ऑपरेशन लोटस सफल नहीं होगा और ठाकरे सरकार पाँच साल पूरे करेगी


पवार का बड़ा आरोप, 'NCP का साथ चाहती थी BJP'


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शरद पवार ने खुलासा किया कि भाजपा बिना शिवसेना के महाराष्ट्र में एनसीपी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने की प्रयत्नशील थी. ये पेशकश एनसीपी की पेशकश नहीं थी, बल्कि बीजेपी ने एनसीपी के साथ गठजोड़ कर महाराष्ट्र में सरकार गठित करने की पेशकश की थी.


संजय राउत को दिए इंटरव्यू मे एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने ये भी कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस ने सरकार बनाने के लिए भाजपा से कभी चर्चा नहीं की. शिवसेना को दूर करके हम सरकार बनाएं यह प्रपोजल उन्हीं का था, लेकिन अब ‘ठाकरे सरकार’ पांच साल चलेगी.


शरद पवार को बताया गया चाणक्य का पिताजी


सामना में छपे आर्टिकल में शरद पवार को देश की राजनीति का ‘पितामह’ करार दिया गया है. एक सवाल का जिक्र सामना अखबार ने किया है जिसमें महाराष्ट्र की सरकार बनने के बाद सभी राजनीतिक चाणक्यों के आकलन मिट्टी में मिल गए तब एक सवाल दिल्ली में पूछा गया, ‘आज कल चाणक्य कहां हैं?’ इस सवाल का जवाब ये मिला कि ‘चाणक्य तो दिल्ली में है. चाणक्य के पिताजी महाराष्ट्र में हैं!’


शिवसेना और NCP का "खुद के मुंह मियां मिट्ठू" प्रकरण


शिवसेना के मुखपत्र में "खुद के मुंह मियां मिट्ठू" बनने वाली कहावत को सटीक लागू किया गया है. सामना में ये लिखा गया है कि "ऐसे चाणक्य के पितामह ने ‘सामना’ में जोरदार साक्षात्कार देकर पूरे देश में खलबली मचा दी. देवेंद्र फडणवीस के विस्फोट से लेकर चीन की घुसपैठ तक सभी मुद्दों पर शरद पवार जोरदार तरीके से बोले." सामना में छपे इस पंक्ति से ये समझा जा सकता है कि शिवसेना का मुखपत्र उद्धव सरकार के लिए विज्ञापन का सबसे बड़ा जरिया है.


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आपको बता दें, इस इंटरव्यू में सिर्फ सरकार बनाने और बचाने को लेकर सवाल जवाब नहीं हुआ, बल्कि प्रियंका गांधी का घर वापस लेने को लेकर शरद पवार का ये कहना है कि यह बेहद ओछी हरकत है. ‘प्रियंका गांधी का घर लेना, यह सुसंस्कृति नहीं बल्कि एक ओछी राजनीति है!’ फिलहाल एमपी और राजस्थान के बाद सियासी कलह महाराष्ट्र पहुंचने से पहले ही शरद पवार और शिवसेना बचाव की तैयारी में लग चुके हैं.


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