कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में ममता दीदी की मुसीबत बढ़ चुकी है, CM ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का सिर दर्द बढ़ाने के लिए उनकी सरकार में मंत्री रहे शुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने ही मोर्चा खोल दिया है. ममता बनर्जी और शुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) के बीच तकरार तेज हो गई, जिसके बाद बुधवार को उन्होंने TMC से अपना रिश्ता तोड़ लिया है. सवाल ये है कि क्या ममता दीदी से CM की कुर्सी छिनने वाली है?


TMC के बागी नेता शुवेंदु अधिकारी का इस्तीफा


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

TMC के बागी नेता शुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. शुवेंदु ने पहले ममता मंत्रिमंडल से शुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने इस्तीफा दिया था. ममता सरकार में शुवेंदु अधिकारी मंत्री रह चुके हैं. बता दें, शुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) टीएमसी (TMC) के रणनीतिकारों में शामिल थे. जो पिछले कुछ समय से ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) से नाराज चल रहे थे.



इसे भी पढ़ें- Mamata दीदी को सता रहा है सत्ता छिनने का डर


सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार शुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) बीजेपी (BJP) में शामिल हो सकते हैं. 19 दिसंबर को गृह मंत्री अमित शाह बंगाल दौरे पर जा रहे हैं. खबर है कि इसी दिन शुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) भाजपा का दामन थामने वाले हैं. शुवेंदु के TMC छोड़ने पर दीदी को भारी नुकसान और भाजपा को बड़ा फायदा होना तय है.


दीदी के गुंडा'राज' पर कैलाश विजयवर्गीय का प्रहार


इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने दीदी पर तीखा प्रहार किया है. कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने कहा है कि "ममता के शासन में निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं है." उन्होंने कहा है कि "राष्ट्रपति शासन में बंगाल का चुनाव होना चाहिए, क्योंकि बंगाल में भय का वातावरण है."


इसे भी पढ़ें- Mamata Banerjee के TMC में छिड़ गई जंग, तो क्या 'दीदी' से छिनने वाला है बंगाल?


अब अगर शुवेंदु अधिकारी बीजेपी में शामिल होते हैं, तो आपका ये समझना जरूरी है कि बीजेपी में शामिल होने से बीजेपी (BJP) को क्या फायदा है और टीएमसी को कितना नुकसान है?


क्या शुवेंदु अधिकारी दिलाएंगे भाजपा को बंगाल?


शुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) का मेदिनीपुर, झारग्राम, पुरुलिया, बांकुरा, बीरभूम, मुर्शिदाबाद और मालदा में अच्छा खासा असर है. इस इलाके की कम से कम 50 विधानसभा सीटों पर शुवेंदु अधिकारी का वर्चस्व है. लोकसभा की बात करें तो इस इलाके में तकरीबन 13 सीटें आती हैं. 2019 में बीजेपी ने यहां 9 सीटें जीत ली थी. बीजेपी के लिए लोकसभा की जीत को विधानसभा में तब्दील करना मुश्किल होता रहा है. ऐसे में शुवेंदु अधिकारी के बीजेपी में शामिल होने पर बीजेपी को 50 विधानसभा सीटों पर बड़ा फायदा हो सकता है.


बीजेपी को फायदे के बाद टीएमसी (TMC) को होने वाले नुकसान को समझना चाहिए. अगर शुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का साथ छोड़ते हैं तो टीएमसी को बड़ा नुकसान होगा. ये हम क्यों कह रहे हैं इसे इन आंकड़ों को समझिये.


क्या ममता दीदी के लिए गड्ढा खोदेंगे शुवेंदु अधिकारी?


साल 2016 विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने 211 सीटें जीती थीं. राजनीतिक जानकारों के मुताबिक जिन 50 सीटों पर शुवेंदु अधिकारी का असर है. उसमें तकरीबन 36 सीटें टीएमसी ने जीती थी. जिसके बाद शुवेंदु अधिकारी को लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिलाकर राज्य में परिवहन मंत्री बना दिया गया था. अब अगर शुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का साथ छोड़ दिया है. अब अगर वो भाजपा का दामन थामते हैं तो इन 50 सीटों पर ममता बनर्जी के लिए वो गड्ढा खोद सकते हैं.


इसे भी पढ़ें- West Bengal Election से पहले ममता 'दीदी' को लगा तगड़ा झटका, जानिए कैसे?


देश और दुनिया की हर एक खबर अलग नजरिए के साथ और लाइव टीवी होगा आपकी मुट्ठी में. डाउनलोड करिए ज़ी हिंदुस्तान ऐप, जो आपको हर हलचल से खबरदार रखेगा... नीचे के लिंक्स पर क्लिक करके डाउनलोड करें-


Android Link - https://play.google.com/store/apps/details?id=com.zeenews.hindustan&hl=en_IN


iOS (Apple) Link - https://apps.apple.com/mm/app/zee-hindustan/id1527717234