IND vs AUS, 3rd Test: पहले दिन के खेल के बाद इंदौर की पिच पर उठे सवाल, अब मिल सकती है बुरी खबर

IND vs AUS, 3rd Test: होल्कर स्टेडियम की पिच पर शुरू से ही गेंद ने टर्न लेना शुरू कर दिया जिसने भारत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही बॉर्डर गावस्कर ट्राफी मैचों में कम तैयार पिचें बनाने की बहस को फिर शुरू कर दिया.

Last Updated : Mar 2, 2023, 08:50 AM IST
  • पिच के लिये आईसीसी दे सकता है बुरी खबर
  • 3 दिन में मैच खत्म कर भारत उड़ा रहा टेस्ट क्रिकेट की खिल्ली
IND vs AUS, 3rd Test: पहले दिन के खेल के बाद इंदौर की पिच पर उठे सवाल, अब मिल सकती है बुरी खबर

IND vs AUS, 3rd Test: भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीम के बीच खेली जा रही बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला जा रहा है, जहां पर गेंद ने पहले दिन से ही टर्न लेना शुरू कर दिया है. इसके चलते टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने पहले सेशन के दौरान ही अपने 7 विकेट खो दिये और पहली पारी में सिर्फ 109 रन ही बना कर सिमट गई. इसके चलते मैच से पहले जो पिच को लेकर विवाद शुरू हुआ था वो एक बार फिर से शुरू हो गया है.

पिच के लिये आईसीसी दे सकता है बुरी खबर

सीरीज के पहले दो मैच नागपुर और दिल्ली की पिच पर खेले गये थे और यहां पर मैच 3 दिन के अंदर खत्म होने के बाद आईसीसी ने इन पिचों को औसत रेटिंग दी थी, हालांकि इंदौर में जिस तरह से पहले दिन का खेल घटा है उसके बाद आईसीसी (अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) मैच रैफरी क्रिस ब्रॉड का पिच की खराब प्रकृति पर संज्ञान लेना निश्चित है. मौजूदा स्थिति को देखते हुए इंदौर की पिच को ‘औसत से कमतर’ की रेटिंग मिल सकती है. भारतीय टीम एक से जरा ज्यादा सत्र ही खेल पायी और 109 रन पर सिमट गयी जबकि ऑस्ट्रेलिया टीम ने 156 रन तक चार विकेट गंवा दिये थे जिससे दिन में 14 विकेट गिरे.

पिच को लेकर उठ रहे हैं ये सवाल

सभी टीमें घरेलू धरती पर अपनी पसंदीदा हालात चाहती हैं लेकिन घरेलू मैदान का फायदा किस हद तक होना चाहिए?  एक और टेस्ट तीन दिन के अंदर खत्म होने के लिये तैयार है. क्या यह खेल के लिये अच्छा है? दो हफ्ते पहले ही धर्मशाला से मैच स्थानांनतरित करने की घोषणा की गयी तो क्या क्यूरेटरों को पिच तैयार करने के लिये पूरा समय मिल पाया? क्या बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) अंतिम मिनट में हुए बदलाव में बेहतर स्थल कर सकता था? इन सभी सवालों के जवाब दिये जाने की जरूरत है. श्रृंखला के सभी मैचों में अब तक दर्शकों की तादाद अच्छी रही है लेकिन अगर स्टेडियम की पिचों के मानकों की समस्या का हल नहीं निकला तो क्या ये प्रशंसक मैच देखने पहुंचेंगे?

3 दिन में मैच खत्म कर भारत उड़ा रहा टेस्ट क्रिकेट की खिल्ली

पूर्व भारतीय कप्तान दिलीप वेंगसरकर को लगत है कि भारत में तीन दिन के अंदर टेस्ट खेलने का चलन टेस्ट क्रिकेट की खिल्ली उड़ाता है.

वेंगसरकर ने कहा, ‘अगर आप अच्छा क्रिकेट देखना चाहते हो तो पिच से ही सारा अंतर पैदा होता है. आपके पास असमान उछाल वाले विकेट होने चाहिए ताकि बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को बराबरी का मौका मिल सके. अगर पहले ही दिन और पहले ही सत्र से गेंद टर्न लेने लगेगी और वो भी असमान उछाल के साथ तो इससे टेस्ट क्रिकेट का मजाक ही बनता है. टेस्ट क्रिकेट के लिये दर्शकों को मैदान में बुलाना सबसे अहम है. आप इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में यह देख सकते हो लेकिन दुर्भाग्य से भारत में ऐसा नहीं हो रहा. लोग तभी टेस्ट क्रिकेट देखने आयेंगे, अगर यह दिलचस्प हो. कोई भी गेंदबाजों को पहले ही सत्र से बल्लेबाजों पर दबदबा बनाते हुए नहीं देखना चाहता. ’

टेस्ट क्रिकेट के लिये अच्छी नहीं ऐसी पिचें

ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर मैथ्यू हेडन ने इंदौर की पिच की आलोचना करते हुए कहा, ‘किसी भी तरह से छठे ही ओवर से स्पिनरों को गेंदबाजी के लिये नहीं आना चाहिए. इसलिये ही मैं इस तरह की पिचों को पंसद नहीं करता. पहले दिन से पिच इतनी नीची और टर्न लेने वाली नहीं होनी चाहिए. यह मायने नहीं रखता कि ऑस्ट्रेलिया यह टेस्ट जीते या फिर भारत. इस तरह की पिचें टेस्ट क्रिकेट के लिये अच्छी नहीं हैं. ’

इसे भी पढ़ें- IND vs AUS: रवि शास्त्री ने चुनी भारत की ऑल टाइम ग्रेट 11, बताया क्यों जडेजा को नहीं किया शामिल

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़