कौन हैं अमन सहरावत जो ओलंपिक मेडल से सिर्फ एक कदम दूर, 11 की उम्र में हो गए थे अनाथ

Aman Sehrawat Paris Olympics 2024: अमन सहरावत पेरिस ओलंपिक में कुश्ती के सेमीफाइनल में पहुंच चुके हैं. आज रात उनका मुकाबला होगा. अगर वह 57 किलो भारवर्ग के कुश्ती के सेमीफाइनल में जीत हासिल कर लेते हैं तो वह पदक पक्का कर लेंगे. जानिए कौन हैं अमन सहरावतः

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 8, 2024, 05:04 PM IST
  • कौन हैं अमन सहरावत
  • पदक से एक कदम दूर
कौन हैं अमन सहरावत जो ओलंपिक मेडल से सिर्फ एक कदम दूर, 11 की उम्र में हो गए थे अनाथ

नई दिल्लीः Who is Aman Sehrawat, Paris Olympics 2024: पहलवान अमन सहरावत ने पेरिस ओलंपिक में कुश्ती में भारत के लिए पदक की उम्मीद जगाई है. वह पुरुषों के 57 किलो भारवर्ग के सेमीफाइनल में पहुंच चुके हैं. उन्होंने क्वार्टर फाइनल में अल्बानिया के विश्व चैंपियन पहलवान जेलिमखान अबकारोव को हराया. उन्होंने तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर 12-0 से मुकाबला अपने नाम किया. इसके साथ ही वह मेडल से सिर्फ एक कदम दूर हैं. 

अब सेमीफाइनल में अमन सहरावत का मुकाबला जापान के पहलवान री हिगुची से होगा. ये मुकाबला आज रात 9.45 बजे से होगा. 

एकतरफा जीत हासिल की

इससे पहले उन्होंने मैसेडोनिया के व्लादिमीर एगोरोव को एकतरफा मुकाबले में 10-0 से हराया था. अमन ने दूसरे दौर में दो मिनट शेष रहते तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर अपना मुकाबला जीता था. 

बता दें कि अंतिम पंघाल के अलावा अमन को अपने भार वर्ग में वरीयता दी गई है. दरअसल ओलंपिक में पहली बार वरीयता दी जा रही है, जिसमें प्रत्येक भार वर्ग में शीर्ष आठ पहलवानों को क्वालीफिकेशन दिया जा रहा है.

पिछले साल एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाले 20 वर्षीय पहलवान ने विश्व ओलंपिक खेल क्वालीफायर में 57 किलो फ्रीस्टाइल वर्ग में 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए भारतीय पुरुष कुश्ती दल को अपना पहला कोटा दिलाया था.

कौन हैं अमन सहरावत?

अमन का जन्म 16 जुलाई 2023 को हुआ था. हरियाणा के झज्जर जिले के रहने वाले पहलवान अमन सहरावत 2022 एशियाई खेलों में 57 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीत चुके हैं जबकि अप्रैल 2023 में उन्होंने कजाकिस्तान के अस्ताना में एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. अमन सहरावत ने 11 साल की उम्र में अपने माता-पिता को खो दिया था. पहले अमन ने मां को खोया फिर छह महीने बाद पिता की भी साया उनके सिर से उठ गया. उन्होंने माता-पिता का साया उठने के बाद न सिर्फ खुद को संभाला बल्कि अपनी छोटी बहन की जिम्मेदारी भी उठाई. 

अंशु मलिक को मिली हार

वहीं अंशु मलिक महिला की 57 किग्रा फ्रीस्टाइल राउंड ऑफ 16 में हार गईं. अंशु मलिक का यह दूसरा ओलंपिक है. वह दो बार की ओलंपिक पदक विजेता यूएसए की हेलेन लुईस मारौलिस से 2-7 से हार गईं. हालांकि, अंशु जो विश्व चैंपियनशिप (2021) में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं, उनके पास अभी भी रेपेचेज के जरिए पदक जीतने का मौका है, बशर्ते अमेरिकी पहलवान को फाइनल में पहुंचना होगा.

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