नई दिल्ली: गुरुवार 4 अगस्त से सीयूईटी (यूजी) यानी कॉमन यूनीवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट फिर शुरू हो रहे हैं. यह सीयूईटी (यूजी) के दूसरे स्लॉट की परीक्षाएं हैं. सीयूईटी (यूजी) के लिए केवल 12वीं कक्षा का सिलेबस ही मान्य हैं. सीयूईटी में यदि कोई प्रश्न गलत पाया जाता है या कोई किसी प्रश्न को वापस लिया जाता है, तो ड्रॉप किए गए प्रश्न के बदले उम्मीदवारों को 5 अंक दिए जाएंगे.
12वीं के अंकों का नहीं होगा कोई महत्व
सीयूईटी के नतीजों के आधार पर सभी केंद्रीय विश्वविद्यालय अपनी एक अलग कट-ऑफ जारी करेंगे. इस कट-ऑफ में 12वीं कक्षा के अंकों का कोई महत्व नहीं होगा. देश भर के 90 विश्वविद्यालयों ने कॉमन यूनीवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट को स्वीकार्यता प्रदान की है. इनमें देशभर के सभी 44 केंद्रीय विश्वविद्यालय भी शामिल हैं.
इसी शैक्षणिक वर्ष से केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए सीयूईटी लागू हो चुका है. यहां यह जानना महत्वपूर्ण है कि इन परीक्षाओं के आधार पर कॉलेजों में दाखिला कैसे मिलेगा. दरअसल एकल परीक्षा होने के बावजूद इस बार भी अलग-अलग विश्वविद्यालय और उनसे संबंधित कॉलेज द्वारा 1 कट ऑफ घोषित की जाएगी . यह कट ऑफ सीयूईटी में हासिल किए गए अंकों के आधार पर बनाई जाएगी.
सिर्फ 12वीं के सिलेबस से ही पूछे जाएंगे प्रश्न
दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हंसराज सुमन ने बताया कि इस बार केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए 12वीं कक्षा में हासिल किए गए अंकों का कोई महत्व नहीं है. सीयूईटी में छात्रों द्वारा हासिल किए गए अंकों के आधार पर विश्व विद्यालय एवं से जुड़े कॉलेज कट ऑफ लिस्ट तैयार करेंगे. सीयूईटी में छात्रों द्वारा हासिल किए गए अंकों की जानकारी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा विश्वविद्यालय को दी जाएगी.
कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के सिलेबस को लेकर भी यूजीसी स्पष्ट निर्देश जारी कर चुका है. यूजीसी के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने स्पष्ट किया है कि कॉलेजों में अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों हेतु बारहवीं कक्षा के सिलेबस के आधार पर ही एंट्रेंस टेस्ट लिया जा रहा है. कॉलेजों में दाखिले के लिए अन्य किसी कक्षा के सिलेबस के आधार पर एंट्रेंस टेस्ट में प्रश्न नहीं पूछे जाएंगे.
कोई प्रश्न ड्रॉप होने पर दिए जाएंगे 5 अंक
यह परीक्षाएं नेशनल टेस्टिंग एजेंसी, (एनटीए) द्वारा ली जाएंगी. एनटीए ने कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट 2022 में छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं. इसी क्रम में माकिर्ंग स्कीम में भी संशोधन किया गया है. सीयूईटी में यदि कोई प्रश्न गलत पाया जाता है या कोई किसी प्रश्न को वापस लिया जाता है, तो ड्रॉप किए गए प्रश्न के बदले उम्मीदवारों को 5 अंक दिए जाएंगे.
हालांकि यह 5 अंक सभी छात्रों को नहीं मिल सकेंगे. इसके लिए भी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने कुछ प्रावधान किए हैं. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के मुताबिक यह 5 अंक केवल उन्हीं छात्रों को दिए जाएंगे जो छात्र इस संबंधित प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करेंगे.
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