नई दिल्ली: भारत में 31 मार्च को 9981 लोगों ने कोविड वैक्सीन का टीका लगवाया है. इसमें से 1050 लोग ऐसे थे जिन्होंने वैक्सीन की पहली डोज ली. जहां अभी भी कुछ लोग वैक्सीन से डरे हुए हैं तो बहुत से लोग ऐसा भी सोच रहे हैं कि क्या चौथी बूस्टर डोज लगवा लेनी चाहिए. इस बारे में WHO ने स्थिति थोड़ी सी साफ की है. Strategic Advisory Group of Experts on Immunization यानी SAGE ने इस बारे में गाइडलाइंस जारी की है.
स्वस्थ लोगों को बूस्टर की जरूरत नहीं
सबसे पहले तो ऐसे लोग जो स्वस्थ हैं जिन्हें कोई बीमारी नहीं है और उम्र 60 साल से कम है उन्हें चौथी बूस्टर डोज की जरूरत नहीं है. हालांकि उससे नुकसान नहीं होगा लेकिन फायदा होता भी नहीं लगता. चौथी बूस्टर की जरूरत के हिसाब से WHO ने लोगों को तीन कैटेगरी में बांट दिया है.
1). हाई (High Risk)
2). मीडियम (Medium Risk)
3). लो रिस्क (Low Risk)
हाई रिस्क वालों को दें चौथी बूस्टर डोज
टीकाकरण पर विशेषज्ञों का रणनीतिक सलाहकार समूह (Strategic Advisory Group of Experts on Immunization) यानी SAGE की सिफारिश के मुताबिक गंभीर बीमारी के शिकार, बेकाबू डायबिटीज के मरीज, HIV जैसी या ऐसी और बीमारियां जो इम्यून सिस्टम को बेहद कमजोर कर देती हैं. ऐसे लोगों को बूस्टर डोज ले लेनी चाहिए. गर्भवती महिलाओं और हेल्थ केयर वर्कर्स जो सीधे कोविड मरीज के संपर्क में आ रहे हैं, वो भी एक्स्ट्रा बूस्टर डोज ले सकते हैं.
मीडियम रिस्क वालों को जरूरत नहीं!
ऐसे लोग जो स्वस्थ हैं और 60 वर्ष से कम हैं, ऐसे किशोर और बच्चे जिन्हें कोई बीमारी है – इन्हें पहली बूस्टर ले लेनी चाहिए. इसके बाद इन्हें बूस्टर की जरूरत नहीं है.
लो रिस्क वालों के लिए ये सुझाव
6 महीने से 17 साल के स्वस्थ बच्चे, ये लो रिस्क ग्रुप है. इस आयु वर्ग को कोरोना ने सबसे कम प्रभावित किया है.इस ग्रुप की वैक्सीनेशन का फैसला देश को अपने हालात से करने का सुझाव दिया गया है.
6 महीने से कम उम्र के बच्चों और गर्भ में पल रहे बच्चों को कोरोना से खतरा बाकी बच्चों के मुकाबले थोडा ज्यादा जताया गया है. ऐसे मामलों में गर्भवती महिला को दूसरी डोज के 6 महीने बाद एक बूस्टर लेने की सलाह दी गई है जो बच्चे को भी सुरक्षा दे सकती है. आमतौर पर भारत में दूसरी कोविड वैक्सीन के 9 महीने बाद आप बूस्टर डोज ले सकते हैं. हेल्थकेयर एक्सपर्ट्स, बहुत बीमार लोग और 60 साल से ज्यादा वाले लोगों के लिए बूस्टर जरूरी है.
कई देशों में कोरोना की चौथी बूस्टर डोज को मंजूरी मिल चुकी है. अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा इन देशों में शामिल हैं. लेकिन भारत में अभी चौथी बूस्टर को लेकर कोई गाइडलाइंस नहीं हैं. भारत में शनिवार को कोरोनावायरस के मामले लगभग 3 हजार पहुंचे. कुल 2994 केस एक दिन में रिपोर्ट हुए और भारत में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 16 हज़ार 354 पहुंच गई. 7 लोगों की मौत हो गई जिसमें से दिल्ली, कर्नाटक और पंजाब से दो दो और एक गुजरात से दर्ज की गई.
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