नई दिल्लीः पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को कहा कि अच्छी जीवनशैली अपनाकर गुर्दे से संबंधित बीमारियों से बचा जा सकता है. वह यहां किडनी रोगों से संबंधित विशेषज्ञता वाले एक अस्पताल के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे. अस्पताल ने एक बयान में कहा, "एपिटॉम किडनी यूरोलॉजी इंस्टिट्यूट एंड लायंस हॉस्पिटल अपनी अत्याधुनिक सुविधाओं और अत्यधिक अनुभवी डॉक्टरों तथा स्वास्थ्य पेशेवरों की एक टीम के साथ एक ही स्थान पर व्यापक नेफ्रोलॉजी और यूरोलॉजी सेवाएं प्रदान करेगा."
गुर्दे की बीमारियों का निदान करना काफी मुश्किल
अस्पताल के अधिकारियों ने दावा किया कि यह नेफ्रोलॉजी और यूरोलॉजी पर केंद्रित "दिल्ली-एनसीआर में ऐसा पहला अस्पताल" है. बयान में हर्षवर्धन के हवाले से कहा गया, "गुर्दे की बीमारियों का निदान करना काफी मुश्किल होता है और एक बार जब वे बढ़ने लगती हैं तो रोगियों के लिए चीजें बहुत कठिन हो जाती हैं." उन्होंने कहा, "मुझे यह भी लगता है कि भोजन हर बीमारी के लिए एक दवा है. अच्छी जीवनशैली अपनाकर गुर्दे की बीमारी को रोका जा सकता है. रोकथाम और जल्दी पता लगाना ही इलाज है."
कुछ घंटों में दिखने लगते हैं लक्ष्ण
बता दें कि अगर गुर्दे की बीमारी का तत्काल इलाज किया जाये तो इसके संक्रमण गंभीर नुकसान नहीं पहुंचाता है. गुर्दे की बीमारी में आप बहुत अस्वस्थ महसूस करेंगे. अगर इसके संक्रमण का इलाज नहीं होता है तो यह धीरे-धीरे खराब हो सकता है. गौरतलब है कि अक्सर गुर्दे के संक्रमण के लक्षण कुछ घंटों के भीतर ही दिखने लगते हैं ऐसे में आप बुखार, ठंड लगना, बीमार महसूस कर सकते हैं.
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