नई दिल्लीः Health Tips: पिछले कुछ वर्षों में विशेषज्ञों द्वारा यह अनुभव किया गया है कि एक आम युवा से लेकर बड़े-बड़े सेलिब्रिटी तक हृदय रोगों की चपेट में आ रहे हैं. हाल ही में कई जानी-मानी हस्तियों की कम उम्र में दिल की बीमारियों से मौत होने की बात सामने आ चुकी है.
भारतीय युवाओं में हृदय रोगों खासकर हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट, स्ट्रोक और कोरोनरी आर्टरी डिजीज की संभावना दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. इसे समय रहते रोकना बहुत जरूरी है. यह जानलेवा है. इससे बचने के लिए जरूरी है कि इन के कारणों को पहचाना जाए और उससे बचाव के उपाय किए जाएं, साथ ही उपचार के लिए किसी अच्छे चिकित्सक से सलाह ली जाए. जानिए युवाओं में बढ़ते हृदय रोगों के प्रमुख कारण:
1. हाइपरटेंशन
हाइपरटेंशन को साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है. यह बिना किसी चेतावनी के ही काफी हावी हो सकता है. इसके लक्षण भी तुरंत देखने को नहीं मिलते है. धूम्रपान करना, शराब का सेवन करना, खराब खाना खाने की आदतें जैसे अधिक नमक और अधिक फैट से बनी चीजें खाना, ज्यादा वजन बढ़ना, जीवन में स्ट्रेस ज्यादा बढ़ना, हाइपर टेंशन के कुछ मुख्य कारण हैं. हाई ब्लड प्रेशर अगर ठीक नहीं किया जाता है तो हार्ट अटैक, स्ट्रोक, किडनी फेल होना और आंखों से जुड़ी समस्या में बदल सकता है.
2. डायबिटीज
दुनिया भर में हुई रिसर्च के मुताबिक, टाइप 2 डायबिटीज से हृदय रोगों का खतरा सबसे ज्यादा बढ़ता है. जितने लंबे समय तक आपको डायबिटीज होगी, उतना ही ज्यादा आपका दिल की बीमारी होने का रिस्क बढ़ जाएगा. टाइप 2 डायबिटीज के मरीज हृदय रोगों जैसे ब्लड वेसल डेमेज होना, हाई ब्लड शुगर लेवल आदि के ज्यादा रिस्क में रहते हैं.
3. स्ट्रेस
स्टडीज ने यह साबित कर दिया है कि लंबे समय तक स्ट्रेस रहना व्यक्ति को अन हेल्दी ऑप्शन चुनने पर मजबूर कर सकती है. अगर काम से जुड़ा स्ट्रेस देखने को मिल रहा है तो खराब लाइफस्टाइल चॉइस की संख्या भी बढ़ सकती है. स्टडीज ने यह भी दर्शाया है कि ऐसा स्ट्रेस के मरीज आगे जा कर हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल और डायबिटीज जैसी बीमारियों के रिस्क में ज्यादा रहते हैं.
4. कोलेस्ट्रॉल
यह एक आवश्यक मॉलिक्यूल है, जो आपका शरीर प्राकृतिक रूप से प्रोड्यूस करता है. आप खाद्य पदार्थों से भी इसे प्राप्त करते हैं. अगर इसकी मात्रा काफी ज्यादा हो जाती है तो कोरोनरी आर्टरी डिजीज जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. यह आपके सॉफ्ट टिश्यू और आर्टरीज जैसे ऑर्गन में प्लैक डिपोजिट का कारण बन सकता है, जिससे आपका माइकार्डियल इन्फार्क्शिन या एंजिना का रिस्क बढ़ सकता है.
5. मोटापा
आपकी सेहत के लिए मोटापा काफी रिस्की होता है. यह डायबिटीज का कारण बन सकता है, जो कार्डियो वैस्कुलर डिजीज और स्ट्रोक में परिवर्तित हो सकता है. वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन के मुताबिक, मोटा व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर और टाइप 2 डायबिटीज का ज्यादा रिस्की होता है. जो दिल की बीमारियों का कारण बन सकती हैं.
6. स्मोकिंग
अगर आप एक दिन में एक सिगरेट का डिब्बा पीते हैं तो इससे आपके जीवन में रिस्क उन लोगों के मुकाबले चार गुना बढ़ जाता है, जो धूम्रपान नहीं करते हैं. स्मोकिंग करने से आपके आस पास के लोगों के लिए भी खतरा बढ़ जाता है.
7. प्रदूषण
बढ़ा हुआ वायु प्रदूषण भी दिल से जुड़े डिसऑर्डर को बढ़ाने में एक अहम भूमिका निभा रहा है. इससे हार्ट अटैक, हार्ट फेल्योर, स्ट्रोक और एरिथमिया का खतरा बढ़ जाता है. स्टडीज के मुताबिक प्रदूषित हवा में रहने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
8. फैमिली हिस्ट्री
अगर आपके माता-पिता 55 साल की उम्र से पहले ही हृदय रोगों के मरीज बन जाते हैं तो आपके भी ऐसी ही बीमारी के मरीज बनने की 50 फीसदी संभावना बढ़ जाती है.
जानिए कैसे करें बचाव
अपना लिपिड प्रोफाइल, ब्लड शुगर लेवल, ब्लड प्रेशर को नियमित रूप से चेक करते रहें. शारीरिक रूप से एक्टिव रहें और हेल्दी वेट बना कर रखें. एक हफ्ते में मॉडरेट इंटेंसिटी वाली 150 मिनट तक एक्सरसाइज जरूर करें.
धूम्रपान न करें और जो लोग करते हैं उनसे भी बचें. होल ग्रेन फाइबर, लीन प्रोटीन, रंग बिरंगे फलों, सब्जियों, फलियां, दालें, लो फैट डाइट्री प्रोडक्ट्स, जैसी चीजों को डाइट में शामिल करें. एरेटेड ड्रिंक्स, अधिक शुगर और नमक की चीजों, इंस्टेंट और पैक्ड फूड, जंक फूड से दूर ही रहें.
यह भी पढ़ें: मेडिटेशन के लिए इस तरह निकालें समय, सिर्फ 10 मिनट में दिमाग पर दिखने लगेगा असर
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.