जयपुर: गहलोत सरकार की पहली वर्षगांठ पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महिलाओं को 1 हजार करोड़ की सौगात दी. महिला सशक्तिकरण सम्मेलन में सीएम गहलोत ने महिलाओं को सशक्त और मजबूत बनाने के लिए 5 योजनाएं लॉच की. इन योजनाओं से महिलाओं को निशुल्क शिक्षा, आत्मविश्वास और समाज में सम्मान मिलेगा. ये सभी योजनाएं इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी निधि कोष में शामिल की गई है.
इंदिरा महिला शक्ति निधि से महिलाएं बनेगी सशक्त
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने पहले बजट में 1 हजार करोड़ के इंदिरा महिला शक्ति निधि की घोषणा की थी, जिसमें सरकार ने पांच योजनाएं बनाई गई. इन पांच योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को मजबूत किया जाएगा. पहली योजना है कौशल संवर्धन एवं कंप्यूटर प्रशिक्षण योजना. इस योजना में 75 हजार बालिकाओ को निशुल्क कम्प्यूटर शिक्षा मिलेगी. इसके अंतगर्त तीन महीने का कोर्स राज्य सरकार मुफ्त में करवाएगी.
दूसरी योजना वित्तीय लेखांकन प्रशिक्षण योजना
इस योजना में 5000 बालिकाओ को 2 महीने का टैली का कोर्स करवाया जाएगा.
तीसरी योजना है कौशल संवर्धन प्रशिक्षण कौशल सामर्थ्य योजना. इस योजना में कौशल उन्नयन के प्रशिक्षण करवाए जाएंगे. विधवा एससी, एसटी, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस, स्वयं सहायता महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी. इस योजना में 1000 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा.
चौथी योजना इंदिरा महिला शक्ति उत्थान योजना है. इस योजना में स्वयं सहायता समूह के क्लस्टर फेडरेशन को एक करोड़ व्यक्तिगत और स्वयं सहायता समूह को 50 लाख तक का ऋण दिया जाएगा. 5000 महिलाओं को राज्य सरकार ऋण उपलब्ध करवाएगी.
पांचवी योजना कौशल संवर्धन प्रशिक्षण शिक्षा सेतु योजना है. इस योजना में ड्रॉपआउट बालिकाओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी जाएगी.इसके साथ साथ स्टेट ओपन के माध्यम से 12वीं तक निशुल्क शिक्षा दी जाएगी. योजना के अंतगर्त 55 हजार बालिकाओं को लाभ मिलेगा.
क्या कहा महिला विकास मंत्री ने ?
महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि गहलोत सरकार की ये सभी योजनाएं आज से लागू हो गई है. उम्मीद है कि महिलाएं इन योजनाओं से मजबूत तो होंगी ही, इसके साथ-साथ उन्हें आगे बढने का मौका भी मिल सकेगा.