राकेश झुनझुनवाला: नहीं रहा बाजार का वो 'जादूगर' जिन्होंने पांच हजार रुपये से बनाई 40,000 करोड़ रुपये की संपत्ति

राकेश झुनझुनवाला. दलाल स्‍ट्रीट का जाना पहचाना वो नाम जिन्हें लोग अलग-अलग नामों से पुकारते थे. कोई शेयर मार्केट का किंग कहता था तो कोई बाजार का रिंग मास्टर. कोई इनकी तुलना कुबेर से करता तो कोई इन्हें पारस का पत्थर कहता. इस शख्स के बारे में लोगों ने यह भी कहा कि जिस मिट्टी को छू ले वह सोना हो जाता है. करीब 36 साल पहले निवेश के सफर की शुरुआत करने वाले राकेश झुनझुननवाला ने एक बार जब शेयर मार्केट में कदम रखा तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा. राकेश झुनझुनवाला का जादुई हाथ जिस शेयर को छू जाता वो रातोंरात बुलंदियों पर जा पहुंचता. शायद यही कारण है कि उनकी हर एक चाल पर निवेशकों की पैनी नजर होती. शेयरों को चुनने में उनकी नजर बाज जैसी थी तभी तो पांच हजार रुपये के जरिए निवेश के मार्केट में उतरे झुनझुनवाला की संपत्ति करीब 4 हजार करोड़ रुपये की हो गई. उनकी यही कला निवेशकों के दिल पर जादू करने लगा और शेयर मार्केट में पैसा लगाने वालों के बीच भारत के वॉरेन बफे के नाम से मशहूर हो गए. बात 1985 की है. तब लोग बंबई शेयर बाजार यानि बीएसई का सेंसेक्‍स 150 अंकों के पास था. ये वो दौर था जब लोग शेयर बाजार को बहुत कम समझते थे. कुछ लोग तो इसे सट्टा के अलावा और कुछ नहीं समझते थे. तभी उस वक्त एक शख्स की एंट्री होती है.

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