बीजिंग: चीन ने बड़ा दावा कर पूरी दुनिया को चौंका दिया है. चीन ने राज्य के मीडिया के माध्यम से घोषणा की है कि संभव है कि उनका एक एलियन सभ्यता से संपर्क हो गया है. उन्हें रहस्मयी सिग्नल मिले हैं. रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने गुइझोऊ प्रांत में अपने स्काई आई टेलीस्कोप का उपयोग करके असामान्य संकेतों का पता लगाया है.
चीन ने एलियन से संपर्क के इस समाचार की घोषणा की और फिर कुछ देर बाद चीन की राज्य समर्थित विज्ञान वेबसाइट द्वारा इस रिपोर्ट को हटा लिया.
स्काई आई टेलीस्कोप का कमाल
बीजिंग ने दावा किया है कि उसने अपने 180 मिलियन डॉलर के स्काई आई टेलीस्कोप का उपयोग करके किसी विदेशी सभ्यता से संदेश प्राप्त किया हो. स्काई आई, चीन के गुइझोउ प्रांत में स्थित 1,640 फुट-व्यास की दूरबीन है. यह पांच सौ मीटर एपर्चर गोलाकार टेलीस्कोप है. यह गुइझोउ में एक प्राकृतिक बेसिन में स्थित है. जिसे फास्ट या स्काई आई के रूप में भी जाना जाता है.
विद्युत चुम्बकीय संकेत
इसी दूरबीन को असामान्य विद्युत चुम्बकीय संकेत मिले हैं. बीजिंग स्थित चीन के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के आधिकारिक समाचार पत्र साइंस एंड टेक्नोलॉजी डेली की एक रिपोर्ट में इस खबर का खुलासा हुआ.
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक साइंस एंड टेक्नोलॉजी डेली ने पोस्ट किए जाने के तुरंत बाद रिपोर्ट को हटा दिया, हालांकि यह अनिश्चित है कि क्यों. 'पर यह खबर सोशल नेटवर्क वीबो पर पहले से ही ट्रेंड करने लगी थी.'
किसने की खोज
साइंस एंड टेक्नोलॉजी डेली की रिपोर्ट में बीजिंग नॉर्मल यूनिवर्सिटी, नेशनल एस्ट्रोनॉमिकल ऑब्जर्वेटरी ऑफ चाइना और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले द्वारा सह-स्थापित एक अलौकिक सभ्यता खोज दल के मुख्य वैज्ञानिक झांग टोनजी का हवाला दिया गया है.
टीम ने 2019 में एकत्र किए गए डेटा को संसाधित करते समय 2020 में संदिग्ध संकेतों के दो सेटों का पता लगाया, और 2022 में हमारे सौर मंडल के बाहर ग्रहों - एक्सोप्लैनेट का अवलोकन करते हुए एक और संदिग्ध संकेत पाया.
झांग ने कहा कि संदिग्ध संकेत किसी प्रकार का रेडियो हस्तक्षेप भी हो सकते हैं, इसलिए आगे की जांच की आवश्यकता है.
एलियन के होने की कितनी संभावना
नासा के अनुसार वर्तमान में, पृथ्वी से परे कोई जीवन कभी नहीं पाया गया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि ब्रह्मांड पृथ्वी के अलावा अन्य बेजान है. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी का कहना है: 'जबकि जीवन के कोई स्पष्ट संकेत कभी नहीं मिले हैं, अलौकिक जीव विज्ञान की संभावना - इसका समर्थन करने वाला वैज्ञानिक तर्क - तेजी से प्रशंसनीय हो गया है.'
ये भी पढ़िए- अग्निपथ स्कीम के विरोध में भड़का छात्रों का गुस्सा, बिहार और राजस्थान में उग्र प्रदर्शन
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.