ओमिक्रॉन पर नई स्टडी में खुलासा, वैक्सीन न लगवा सके लोगों के लिए सामने आई ये राहतभरी खबर

देश में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के तेज बढ़ते मामलों के बीच एक नई स्टडी ने राहतभरी खबर दी है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 15, 2022, 09:02 PM IST
  • दक्षिण अफ्रीका में हुई स्टडी में बड़ा खुलासा
  • दक्षिण अफ्रीका के वेस्टर्न केप क्षेत्र में हुई स्टडी
ओमिक्रॉन पर नई स्टडी में खुलासा, वैक्सीन न लगवा सके लोगों के लिए सामने आई ये राहतभरी खबर

नई दिल्लीः देश में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के तेज बढ़ते मामलों के बीच एक नई स्टडी ने राहतभरी खबर दी है. दक्षिण अफ्रीका में की गई एक नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट उन लोगों में भी कम घातक साबित हो रहा है जिन्हें कोई कोरोना वैक्सीन नहीं दी गई. शुक्रवार को सामने आई यह स्टडी दक्षिण अफ्रीका के 'नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ कम्युनिकेबल डिजीज' द्वारा की गई है. 

इस स्टडी को दक्षिण अफ्रीका के वेस्टर्न केप क्षेत्र में कोरोना की पहली तीन लहरों में संक्रमित हुए 11609 लोगों और ओमिक्रॉन से पैदा हुई लहर में संक्रमित हुए 5114 लोगों में तुलनात्मक अध्ययन के आधार पर तैयार किया गया है.

स्टडी में सामने आया है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट से पैदा हुई लहर में संक्रमित होने के 14 दिनों के भीतर 8 प्रतिशत लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा या फिर उनकी मौत हुई. जबकि पहले की तीन लहरों में ये आंकड़ा 16 प्रतिशत का था. यानी कि पहले की लहरों की तुलना में ओमिक्रॉन की लहर में बीमारी के गंभीर होने का खतरा कम दिखा. 

क्या कह रहे हैं शोधकर्ता
शोधकर्ताओं का कहना है-ओमिक्रॉन की लहर मे कोविड-19 की गंभीरता कई कारणों से कम दिखी जिसमें पहले के संक्रमण/वैक्सीनेशन का भी अहम रोल हो सकता है. लेकिन इसके अलावा एक कारण ये भी है कि ये वैरिएंट खुद भी कम गंभीर संक्रमण भी पैदा करता है. यही कारण है कि डेल्टा या फिर अन्य वैरिएंट्स की लहर के मुकाबले अस्पताल में भर्ती होने या फिर मौत का खतरा 25 फीसदी तक कम हुआ. 

अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ी कम
दरअसल दक्षिण अफ्रीका में अब तक कुल 27 फीसदी आबादी का ही वैक्सीनेशन पूरा हो पाया है. इसके बावजूद डेटा में सामने आया है कि इस लहर के दौरान संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत बेहद कम पड़ी. 

अमेरिका में भी की जा चुकी है ऐसी स्टडी
इससे पहले अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने भी एक सप्ताह पहले कहा था कि ओमिक्रॉन से पैदा होने वाला संक्रमण डेल्टा की तुलना में कम गंभीर है. अमेरिकी स्टडी में कहा गया था कि ओमिक्रॉन से संक्रमित होने वाले व्यक्ति में मौत का खतरा 90 फीसदी तक कम है.

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