कश्मीर पर बदतमीज़ी बर्दाश्त नहीं, भारत ने चेताया तुर्की को

कश्मीर पर तुर्की की बदजुबानी लगातार जारी है. दुनिया के मुसलमान देशों का नेता बनने की कोशिश में तुर्की इस तरह की हरकतें करता नज़र आ रहा है और उसे साथ मिला है भारत के सबसे बड़े शत्रु देश पाकिस्तान का..  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 21, 2020, 04:47 PM IST
    • कश्मीर पर भारत ने आगाह किया तुर्की को
    • वीकली प्रेस ब्रीफिंग में दी जानकारी
    • द्विपक्षीय संबंधों पर पड़ेगा असर
    • कश्मीर को लेकर तुर्की ने निरंतर बयानबाज़ी की है
कश्मीर पर बदतमीज़ी बर्दाश्त नहीं, भारत ने चेताया तुर्की को

 

नई दिल्ली.  भारतीय विदेश मंत्रालय ने तुर्की को कश्मीर मामले में कड़ी चेतावनी दी है. तुर्की की बदजुबानी कश्मीर को लेकर लगातार चल रही है जिस पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई है. विदेश मंत्रालय ने तुर्की को आगाह करते हुए संदेश दिया है कि बेहतर हो तुर्की भारत के आंतरिक मामलों में दखलंदाज़ी की बेजा हरकतों से बाज आये अन्यथा इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं.

 

वीकली प्रेस ब्रीफिंग में दी जानकारी 

भारतीय विदेश मंत्रालय की साप्ताहिक प्रेस वार्ता में भारत का तुर्की की भारत विरोधी बयानबाज़ी को लेकर गंभीर रुख नज़र आया है.  तुर्की को विदेश मंत्रालय ने एक बार फिर आगाह किया है कि वह भारत के घरेलू मामलों में टांग न अदाए. ये जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बुधवार 20 फरवरी को वीकली प्रेस ब्रीफिंग के दौरान दी.

द्विपक्षीय संबंधों पर पड़ेगा असर 

भारती विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि तुर्की पर हम पहले ही अपना वक्तव्य स्पष्ट कर चुके हैं. मंत्रालय ने कड़े शब्दों में तुर्की को चेताया है कि वह भारत के आंतरिक मामलों में लगातार हस्तक्षेप करना बंद करे क्योंकि स्थति अब बर्दाश्त के बाहर जा रही है. मंत्रालय ने तुर्की को दिए संदेश में स्पष्ट किया कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो भारत और तुर्की के द्विपक्षीय संबंधों पर भी इसका गंभीर परिणाम पड़ सकता है.

 

कश्मीर को लेकर तुर्की ने निरंतर बयानबाज़ी की है  

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत तुर्की के खिलाफ क्या कदम उठाएगा, इसे सीधे तौर पर बताने की आवश्यकता नहीं हैं. भारत के साथ तुर्की के पुराने रिश्तों को समझते हुए तुर्की को ही अब तय करना है कि उनको क्या करना है. भारत विरोधी बयानबाज़ी तुर्की के लिए भारी पड़ सकती है. जैसा कि हम जानते हैं तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन ने हाल ही में पाकिस्तान के दौरे पर कश्मीर को लेकर अपनी चिंता जताई थी और तो और एर्डोगेन ने कश्मीरियों के संघर्ष की तुलना प्रथम विश्व युद्ध के दौरान तुर्की लोगों के संघर्ष से भी की थी.

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