भारतीय मूल के सीईओ ने 10 हजार कर्मचारियों की छंटनी की, अब करेंगे रोबोट की भर्ती

माइक्रोसॉफ्ट 10,000 कर्मचारियों की छंटनी के बाद चैटजीपीटी में अरबों डॉलर का निवेश कर रहा है. कंपनी ने चैटजीपीटी (ChatGPT) में 'बहु-वर्षीय, बहु-अरब-डॉलर के निवेश' की घोषणा की है. बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट द्वारा 2019 में ओपन एआई में पहले ही एक बिलियन डॉलर का निवेश किया गया था.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 28, 2023, 10:17 AM IST
  • बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के सीईओ भारतीय मूल के सत्या नडेला हैं
  • कंपनी ने चैटजीपीटीमें 'बहु-वर्षीय, बहु-अरब-डॉलर के निवेश' की घोषणा की है
भारतीय मूल के सीईओ ने 10 हजार कर्मचारियों की छंटनी की, अब करेंगे रोबोट की भर्ती

लंदन: रोबोट हमारी नौकरियां छीन लेंगे. ऐसा सोचने वाले सही हैं क्योंकि ये मुसीबत अब हमारे दरवाजे पर खड़ी है. दुनिया के सबसे बड़ी टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट 10,000 कर्मचारियों की छंटनी के बाद चैटजीपीटी में अरबों डॉलर का निवेश कर रहा है. यानी सफेदपोश नौकरियां बड़े स्तर पर छीनने के लिए एआई और रोबोट आ चुके हैं.

बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के सीईओ भारतीय मूल के सत्या नडेला हैं. कंपनी ने चैटजीपीटी (ChatGPT) में 'बहु-वर्षीय, बहु-अरब-डॉलर के निवेश' की घोषणा की है. इससे पहले इस महीने अपने वैश्विक कार्यबल के लगभग पांच प्रतिशत कर्मचारियों को बर्खास्त कर चुकी है. बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट द्वारा 2019 में ओपन एआई में पहले ही एक बिलियन डॉलर का निवेश किया गया था.

क्या है विशेषज्ञों की चेतावनी
प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल चैटजीपीटी जल्द ही सफेदपोश नौकरियों को अप्रचलित कर सकता है. बता दें कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस चैटजीपीटी ने हाल ही में कई लॉ स्कूल परीक्षाएं उत्तीर्ण कीं, जब मिनेसोटा विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों ने इसे परीक्षण के लिए रखा था. एआई को यहां पेपेर में C+ ग्रेड मिला है. परीक्षण करने वाले प्रोफेसर ने कहा कि चैटबॉट 'पेशेवर कार्य' जैसे 'सॉफ्टवेयर कोड लिखना और कानूनी दस्तावेज तैयार करना' करने में सक्षम था.

इससे लाखों को लोग बेरोजगार हो सकते हैं. इस सिस्टम में ऐसी आशाजनक क्षमताएं हैं कि माइक्रोसॉफ्टने हाल ही में तकनीक को विकसित करने के लिए एक नए 'बहु-वर्षीय, बहु-अरब-डॉलर के निवेश' की घोषणा की.

विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि एआई अच्छी सैलरी पाने वाले कर्मचारियों और श्रमिकों को तेजी से कमजोर बना रहा है.रोचेस्टर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में कंप्यूटिंग और सूचना विज्ञान विभाग में एक सहयोगी डीन पेंगचेंग शी ने कहा, एआई सफेदपोश श्रमिकों की जगह ले रहा है. 'मुझे नहीं लगता कि कोई इसे रोक सकता है. यह रोता हुआ भेड़िया नहीं है, 'भेड़िया दरवाजे पर है.'

लोगों को भा रहा एआई
कंपनी OpenAI की ओर से नवंबर में चैटबॉट जनता के लिए मुफ्त में जारी किया गया था, इसलिए चैटबॉट ने ऑनलाइन हलचल मचा दी और अपने पहले सप्ताह में एक मिलियन उपयोगकर्ताओं के करीब पहुंच गया. सिस्टम को एक विशाल डेटा सेट पर प्रशिक्षित किया गया है और इसे लगभग किसी भी प्रश्न का उत्तर उत्पन्न करने की अनुमति देते हुए लगातार खुद को बेहतर बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है. एक साधारण टेक्स्ट प्रॉम्प्ट के माध्यम से, तकनीक में लगभग किसी भी समस्या का सामना करने की क्षमता होती है, जिसका सामना उसके कार्य के आधार पर अलग-अलग सटीकता के साथ होता है.

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