नई दिल्ली. ईरान की ये एक औपचारिक कोशिश है जिसका नतीजा ईरान को पता है लेकिन ईरान की इस मांग से जो छुपा हुआ संदेश है वह अमेरिकी राष्ट्रपति के पास पहुंच गया है. और संदेश ये है कि ईरान सुलेमानी की अमेरिकी हमले में हुई मौत को अब तक भुला नहीं सका है.
ईरान ने जारी किया वारंट
ईरान की यह कोशिश अरण्यरोदन से अधिक नहीं है. जानते हुए भी कि फर्क कुछ नहीं पड़ना है, ईरान धूल में लट्ठ मारने पर तुला हुआ है. ईरान ने सुलेमानी की मौत के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को जिम्मेदार करार देते हुए उनकी गिरफ्तारी का वारंट जारी कर दिया है. इतना ही नहीं ईरान ने ट्रम्प को हिरासत में लेने के लिए इंटरपोल से भी मांगी है मदद.
जनवरी में उड़ा दिया था सुलेमानी को
ईरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ ये कदम यूं ही नहीं उठा लिया है, इसकी इसी साल की शुरुआत में जनवरी में अमेरिका द्वारा किया गया ड्रोन हमला था जो कि बगदाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास हुआ था और इसमें ईरान की कुद्स सेना के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी.
ट्रम्प के अलावा तीस और लोग जिम्मेदार
सुलेमानी की मौत के लिए ईरान ने डोनाल्ड ट्रम्प के अलावा तीस और लोग जिम्मेदार ठहराया है. तेहरान के प्रॉसिक्यूटर अली अलकासिमेहर ने मीडिया को जानकारी दी कि जनवरी के पहले हफ्ते में सुलेमानी पर हुए अमेरिकी ड्रोन अटैक में राष्ट्रपति ट्रम्प के अलावा ईरान के ही 30 और लोग भी शामिल थे. हत्या और आतंक फैलाने के इन सभी आरोपियों के साथ ईरान ट्रम्प को भी गिरफ्तार करने की कोशिशें बंद नहीं करेगा.